खुद को जोखिम में डाल सेवाएं दे रहे स्वास्थ्यकर्मी : केजरीवाल
कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली के स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान जोखिम में डाल कर सेवाएं दे रहे हैं

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली के स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान जोखिम में डाल कर सेवाएं दे रहे हैं। यह कहना है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लोकनायक अस्पताल के डॉक्टर, नर्स सहित सभी स्टाफ पर गर्व है। वह अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को सेवाएं दे रहे हैं। बता दें कि लोकनायक अस्पताल से अभी तक 8 हजार मरीजों को छुट्टी मिल चुकी है। देश में किसी भी सरकारी अस्पताल के मुकाबले यह संख्या सबसे अधिक है।
अधिकारियों की माने तो कोरोना संक्रमित 331 महिलाओं ने अस्पताल में बच्चों को जन्म दिया है। यह संख्या भी देश में सबसे ज्यादा है। इनमें से 149 ने बच्चों को जन्म ऑपरेशन से हुआ। अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार की माने तो 17 मार्च को कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया था। इसके बाद से 11,415 मरीज यहां भर्ती हुए। इस आंकड़े में वैसे भी लोग शामिल हैं, जिन्हें लगा था कि वे संक्रमित हैं लेकिन बाद में रिपोर्ट में उनमें सक्रमण की पुष्टि नहीं हुई।
कुमार ने कहा कि संक्रमण से मुक्त होने के बाद अस्पताल से 7,919 कोविड-19 मरीजों को छुट्टी दी गई। इसके बाद करीब 2,700 वैसे लोग भी अस्पताल में भर्ती हुए थे, जिनमें संक्रमण के लक्षण थे लेकिन बाद में जांच में संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई।
कुमार ने कहा कि 1,450 कोविड-19 मरीज अब तक अस्पताल में डायलिसिस करा चुके हैं। वहीं 59 मरीज ऐसे हैं जिनकी यहां कई बीमारियों की सर्जरी हुई है। अस्पताल में शिशु-चिकित्सक डॉक्टर उर्मिला ने कहा कि मार्च से अब तक स्वस्थ होने वालों में 420 बच्चे हैं और इनमें से 10 फीसदी ऐसे थे, जो गंभीर रूप से बीमार थे।


