स्वास्थ्य मंत्री की स्वाइन फ्लू मरीजों को नमस्कार करने की सलाह
भोपाल में पिछले 24 घंटे में एक बच्चे समेत दो लोगों की अतिसंक्रामक बीमारी स्वाइन फ्लू से मौत के बाद प्रदेश में इस वर्ष जुलाई-अगस्त में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 23 हो गई है
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले 24 घंटे में एक बच्चे समेत दो लोगों की अतिसंक्रामक बीमारी स्वाइन फ्लू से मौत के बाद प्रदेश में इस वर्ष जुलाई-अगस्त में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 23 हो गई है।
इसी बीच प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह ने प्रदेश के लोगों को सलाह दी है कि स्वाइन फ्लू का वायरस संक्रमित हाथों का चेहरे पर स्पर्श करने से तीव्र गति से शरीर को प्रभावित करता है और इसलिए लोग हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते से अभिवादन करें।
राजधानी भोपाल में कल सागर से स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए भोपाल आए एक बच्चे और एक अधेड़ की मौत का मामला सामने आया था। स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया है।
विभाग ने दैनिक आधार पर संदिग्ध और पीड़ित मरीजों की रिपोर्ट उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग की एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश भर में इस बीमारी से निपटने के लिए 60 से भी ज्यादा शासकीय और निजी अस्पताल चिह्नित किए गए हैं।
इन अस्पतालों में बीमारी से उपचार की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। प्रदेश में भोपाल के अलावा ग्वालियर और जबलपुर में भी संदिग्ध नमूनों की जांच की व्यवस्था है। इसके पहले कल स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह ने प्रदेश के लोगों से अपील की कि वे हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते से अभिवादन करें।
सिंह ने प्रदेश में संक्रामक रोगों से निपटने की तैयारी के साथ ही विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुये ये बात कही। उन्होंने अभिभावकों से खांसी, जुकाम और बुखार पीड़ित बच्चों को स्कूल-कॉलेज न भेजने का भी अनुरोध किया।
प्रदेश में इस बीमारी के बढ़ते प्रकोप के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी चार दिन पहले स्वाइन फ्लू से बचाव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए बीमारी को फैलने से रोकने के आवश्यक उपाय करने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये थे।
चौहान ने जनता को जागरूक करने तथा जांच और इलाज की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये थे। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश में एक जुलाई से 28 अगस्त तक एच1 एन1 के 582 संदिग्ध मरीजों का परीक्षण किया जा चुका है जिनमें 113 में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।
43 परीक्षण की रिपोर्ट आना बाकी है।
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 14 और निजी में 21 मरीज उपचाररत हैं। अब तक 23 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। प्रदेश के 14 जिलों में एच1 एन1 के संदिग्ध मरीज मिले हैं। प्रदेश में स्वाइन फ्लू का प्रकोप पिछले कई साल से जारी है। वर्ष 2014 से इस बीमारी से लगातार लोगों की मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।


