मलेरिया प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग सक्रिय
भाजपा जिलाध्यक्ष रामकृपाल साहू ने चांदनी बिहारपुर क्षेत्र के मलेरिया प्रभवित ग्रामों का दौरा किया एवं मलेरिया प्रभावितों एवं ग्रामीणों से मुलाकात की
सूरजपुर। भाजपा जिलाध्यक्ष रामकृपाल साहू ने चांदनी बिहारपुर क्षेत्र के मलेरिया प्रभवित ग्रामों का दौरा किया एवं मलेरिया प्रभावितों एवं ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने ने बताया कि क्षेत्र मे फैल रहे मलेरिया पर अब नियंत्रण पाया जा चुका है। पूरा स्वास्थ्य महकमा एवं प्रशासन पूरी ताकत से क्षेत्र में स्थिति को काबू में करने प्रयासरत है। कोल्हुआ के कैंप में लगभग 90 लोगों का ब्लड सैम्पल लिया गया है जिसमें 7 मलेरिया से पीड़ित पाये गए है जिनका इलाज किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को तीन लोगों के मलेरिया से मृत्यु होने की खबर पर भाजपा जिलाध्यक्ष एवं उनकी टीम ने दौरा किया तो पता चला कि मृत्यु मलेरिया से नहीं बल्कि एक पुरुष ने फांसी लगा कर आत्महत्या की है। वहीं दूसरी और डिलीवरी केस से महिला व बच्चे की मृत्यु हो गई थी। जिलाध्यक्ष ने दौरा के दौरान कलेक्टर, सीईओ एवं जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी से चर्चा करते मलेरिया से हुए मृतक परिवारों को जल्द से जल्द सहायता राशि दिये जाने एवं बेहतर चिकित्सा ब्यवस्था के लिए अपील की है।
श्री साहू ने बताया कि उन्होंने यहां की परिस्थिति के सम्बन्ध में प्रदेश के मुख्यमंत्री को गत 8 अगस्त को अवगत कराते हुये मृतक परिवारों के लिए सहायता राशि की मांग भी की है, वहीं कुछ दिन पहले प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने स्वच्छा अनुदान से सहायता राशि देने के लिए मृत्य परिवारों को घोषणा किये थे। जल्द ही राशि वितरण किया जायेगा।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष रामकृपाल साहू ने ग्राम कोलुव्हा कैंप एवं बिहारपुर स्वास्थ्य केंद्र में जाकर मरीजों से हालचाल एवं इलाज की जानकारी ली। जिलाध्यक्ष के साथ जिला कार्यसमिति सदस्य अशोक गुप्ता, भाजपा के जिलाकार्यलय मंत्री आशुतोष दुबे, जिला कार्यसमिति सदस्य अवध पाठक, भाजपा अजजा मोर्चा जिला महामंत्री शिवप्रसाद सिंह, भाजपा मण्डल अध्यछ रामपाल जायसवाल, महामंत्री रामेश्वर बैस, मण्डल प्रवक्ता मुकेश साकेत, कालीचरण काशी, छोटू महराज, उपेन्द्र गुप्ता, बैकुंठ जायसवाल, हन्सेलाल जायसवाल सहित अन्य शामिल थे।
अब दिल्ली की टीम करेगी रिसर्च
चांदनी-बिहारपुर क्षेत्र के मलेरिया प्रभावित गांवों में मलेरिया व मच्छरों पर रिसर्च कर रही नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ मलेरिया रिसर्च सेंटर रायपुर की 4 सदस्यीय टीम सप्ताह भर बाद वापस लौट गई है।
बताया गया है कि अब इस जानलेवा मलेरिया और मच्छरों की प्रजाति पर दिल्ली की टीम सघन रिसर्च करेगी। यहां मलेरिया वाहक क्यूलिफेसिस वेक्टर की अधिकता है,इस प्रजाति के मच्छर के लिये प्राकृतिक रूप से अनुकूल स्थान है।


