हरियाणा, पंजाब में स्थिति हो रही है सामान्य
हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी बलात्कार मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद पंजाब तथा हरियाणा में बिगड़ी स्थिति अब सामान्य होने लगी है

चंडीगढ़। हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी बलात्कार मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद पंजाब तथा हरियाणा में बिगड़ी स्थिति अब सामान्य होने लगी है।
हरियाणा में आज से इंटरनेट सेवायें बहाल कर दी गयीं। पंजाब में तो कल ही इंटरनेट सेवा बहाल हो गयी थी तथा कर्फ्यू पूरी तरह हटा दिया गया है। कालेज-स्कूल तथा अन्य शिक्षण संस्थान भी खुल गये हैं।
हरियाणा में पिछले छह दिनों के बाद आज जनजीवन पूरी तरह सामान्य हो गया तथा जिंदगी पटरी पर दौड़ने लगी है।
सुरक्षा व्यवस्था में ढील नहीं दी गयी है तथा उपद्रवियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। अब तक बड़ी संख्या में उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा पूछताछ का सिलसिला जारी है।
डेरे पर तथा उसके खास लोगों पर भी पैनी नजर बनी हुई है और डेरों की तलाशी ली जा रही है।
पंजाब के संवेदनशील एवं डेरा प्रेमी बहुल मालवा क्षेत्र के सभी जिलों से कर्फ्यू कल पूरी तरह से हटा लिया गया तथा इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी।
बसें तथा ट्रेनें सामान्य रूप से चलनी शुरू हो गयी हैं तथा कुछ ट्रेनें कल से पूरी तरह बहाल कर दी जायेंगी।
पंजाब तथा हरियाणा और चंडीगढ़ में डेरा समर्थकों की ओर की गयीं हिंसा के दौरान हुये नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
उच्च न्यायालय ने हिंसा की जांच के लिये एसआईटी के गठन के आदेश सरकार को दिये हैं।
न्यायालय ने कहा है कि जांच के लिये एसआईटी का प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर का अधिकारी होना चाहिए।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस को निर्देश दिये हैं कि स्थिति सामान्य होने के बाबजूद सतर्कता बरती जाये।
पंजाब एवं हरियाणा सरकारें अपने -अपने राज्याें में हिंसा के दौरान हुए नुकसान की जांच कर जल्द सूची दे देंगी।
गौरतलब है कि 25 अगस्त को हरियाणा में पंचकूला स्थित केन्द्रीय जांच ब्यूरो की विशेष अदालत ने 15 साल पुराने साध्वी बलात्कार मामले में गुरमीत राम रहीम को दोषी ठहराया था और रोहतक जेल परिसर में 28 अगस्त को स्थापित की गयी इसी अदालत ने उसे 20 वर्ष का कारावास और 30 लाख 20 हजार रुपये जुर्माना सुनाया था।
पच्चीस अगस्त को राम रहीम को दोषी ठहराये जाने के बाद डेरा समर्थकों ने बड़े पैमाने पर हिंसक वारदातों को अंजाम दिया था जिससे बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए थे।
इस दौरान संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुचाया गया था।


