हरियाणा सरकार ने किसानों की मांगें मानी
किसानों ने कहा देशभर में एमएसपी के लिए लड़ते रहेंगे

कुरुक्षेत्र। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे जाम करके धरने पर बैठे किसानों की मांगें सरकार ने मान ली हैं। किसानों ने मंगलवार को कहा कि आज हमारी मांग को सरकार ने मान लिया है। आज साबित हुआ कि एकता में बल है। ये फाइनल जीत नहीं है। फाइनल जीत तभी होगी जब सरकार पूरे देश में एमएसपी की मांग को मान लेगी। संयुक्त प्रेस वार्ता में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, हम अपना विरोध खत्म कर रहे हैं। बंद रास्ते खुलेंगे। हम इसलिए विरोध कर रहे थे कि हमारी फसल एमएसपी पर खरीदी जाए। हम देशभर में एमएसपी के लिए लड़ते रहेंगे। हमारे नेताओं को भी जल्द रिहा किया जाएगा। हमारे नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने एक हफ्ते तक संघर्ष किया है और आज आप सबके सहयोग से हमारी मांग को सरकार ने मान लिया है। हम किसी को झुकाते नहीं है, जो हमारा हक है वो हमने मांगा है।
राकेश टिकैत ने आगे कहा कि पूरे देश की प्रॉपर्टी एक ही आदमी को बेची जा रही हैं। हमारा चुनाव से कोई सम्बन्ध नहीं है, हम चुनाव नहीं लड़ेंगे। वहीं किसान नेता करम सिंह मथाना ने कहा कि एमएसपी का प्रमुख मुद्दा अभी भी हल नहीं हुआ है, लेकिन सरकार के साथ हमारी बैठक सफल रही। हमने एक हफ्ते तक संघर्ष किया है और आज आप सबके सहयोग से हमारी मांग को सरकार ने मान लिया है। कुरुक्षेत्र के डीसी शांतनु शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार हमेशा किसानों के समर्थन में खड़ी रही है। मुख्यमंत्री ने सूरजमुखी की फसल के लिए एमएसपी बढ़ाने पर सहमति जताई है।
कुरुक्षेत्र में धरने पर बैठे थे किसान
किसान सूरजमुखी के बीज की एमएसपी पर खरीद की मांग कर रहे थे, जिसको लेकर उन्होंने सोमवार दोपहर बाद से कुरुक्षेत्र में पिपली के पास राजमार्ग (एनएच-44) को जाम कर दिया है। ये राजमार्ग दिल्ली को चंडीगढ़ और कुछ अन्य मार्ग से जोड़ता है। इससे पहले सोमवार रात से लेकर मंगलवार तक किसानों और जिला प्रशासन के बीच कई दौर की वार्ता हुई थी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया था।


