साइट पर खेलकूद व हंसकर विरोध दर्ज करा रहे हार्टबीट सिटी के निवेशक
बिल्डर व प्रशासन के फेर में कुछ ऐसे निवेशक भी है
नोएडा। बिल्डर व प्रशासन के फेर में कुछ ऐसे निवेशक भी है। जिनके चेहरों पर उनका दुख तो नहीं झलकता। लेकिन अंदर से वह पूरी तरह टूट चुके है। यह ऐसे निवेशक है जो साइट पर जाकर कभी फुटबॉल तो कभी क्रिकेट खेल अपना विरोध व्यक्त कर रहे है। लेकिन रविवार को इनके सब्र का बांध टूट गया।
निवेशक ग्यारह अगस्त से अनशन पर बैठने का जा रहे है। साथ ही प्रयास रहेगा कि 14 सितंबर को आयोजित होने वाली बैठक में मंत्रियों के समक्ष अपना पक्ष रख सके। रविवार को भी ऐसा ही हुआ, हार्टबीट सिटी के निवेशकों ने सेक्टर-107 साइट पर बैटमिंटन खेल विरोध व्यक्त किया। उम्मीद तब टूटी जब निवेशकों द्वारा आयोजित बैठक में बिल्डर का एक भी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। बैठक में तय किया गया कि अब आरपार की लड़ाई ही काम आएगी।
लिहाजा कानूनी सलाह लेते हुए हार्टबीट के निवेशक एनसीडीआरसी (राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग) में याचिका दायर करने जा रहे है। निवेशकों ने आरोप लगाया कि बिल्डर उनके साथ ही नहीं बल्कि सरकार के साथ भी खेल कर रहा है। बिल्डर ने सेक्टर-107 में हार्टबीट सिटी परियोजना लांच की। 2011 में परियोजना के लुभावने ऑफर दिखाकर फ्लैट बुक कराए। 2014 तक निवेशकों ने 90 से 70 प्रतिशत तक पैसा बिल्डर के खातों में जमा कर दिया। डिलिवरी भी 2014 को ही थी।
लेकिन 2014 के बाद से अब तक कंस्ट्रक्शन काम बंद है। उधर, बिल्डर ने रेरा के तहत इसी परियोजना का पंजीकरण कराया। जिसमे नई परियोजना के निर्माण की शुरुआत 2017 व डिलिवरी 2023 दिखाई। ऐसे में बिल्डर शासन के खिलाफ ग्यारह अगस्त से अनशन किया जाएगा। साथ ही 14 सितंबर को होने वाली बैठक में मंत्रियों के समिति के समक्ष अपनी समस्या रखी जाएगी। निवेशकों पर समस्याओं का पहाड़ है। मोदी सरकार के विरोध में उन्होंने साइट पर अच्छे दिन आएंगे का अपने तरीके से खूब मजाक उड़ाया। वह हस्ते रहे और विरोध दर्ज कराते रहे।


