कथासम्राट मुंशी प्रेमचंद को हर्षवर्धन ने दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ‘कलम के सिपाही’ मुंशी प्रेमचंद की 84वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी कृतियां साहित्य जगत के लिए अनमोल खजाना हैं।

नयी दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ‘कलम के सिपाही’ मुंशी प्रेमचंद की 84वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी कृतियां साहित्य जगत के लिए अनमोल खजाना हैं।
डॉ.हर्षवर्धन ने ट्वीट किया,“ यथार्थवादी परंपरा की नींव रखने वाले, उपन्यास सम्राट और संवेदनशील रचनाकार मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। गोदान, कर्मभूमि, रंगभूमि, सेवासदन जैसे अद्वितीय उपन्यास लिखकर साहित्य को समृद्ध करने वाले मुंशी प्रेमचंद की कृतियां साहित्य जगत का अनमोल खज़ाना हैं। ”
मुंंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को उत्तर प्रदेश के लमही में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन में कई प्रसिद्ध उपन्यासों और सैंकड़ों कहानियां लिखीं। दो बैंलों की कथा, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बूढ़ी काकी और कफन जैसी कालजयी कहानियां लिखने वाले मुंशी प्रेमचंद का निधन 08 अक्टूबर 1936 को हुआ था।


