किसानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हरीश रावत
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। ऐसे में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तराखंड की मिट्टी, जल और पौधे लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे

गाजीपुर बॉर्डर। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। ऐसे में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तराखंड की मिट्टी, जल और पौधे लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और किसानों को अपना समर्थन दिया। किसान आंदोलन पर बोलते हुए हरीश रावत ने आईएएनएस से कहा कि, पूरा देश किसानों के साथ है, सरकार को अपनी हठधर्मी छोड़नी चहिये और इन कानूनों को वापस लेना चाहिए, आखिर किसान इन कानूनों को रद्द करने की ही तो बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, पूरा देश किसानों के साथ खड़ा हुआ है, लोकतंत्र में कितना भी बड़ा आदमी हो उसे जिद नहीं करनी चाहिए, हम सरकार से यही मांग करते हैं कि इन कानूनों को तुरन्त वापस ले।
हरीश रावत ने बॉर्डर पहुंच किसानों को उत्तरखंड की मिट्टी, जल और पौधे सौंप अपना समर्थन किसानों को दिया।
दरअसल गाजीपुर बॉर्डर पर बीते 2 महीने से अधिक समय से किसानों का प्रदर्शन जारी है। वहीं गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा के बाद से गाजीपुर बॉर्डर इस आंदोलन का एक नया केंद्र बन चुका है।
बॉर्डर पर तमाम राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का आना जारी है, हालांकि किसानों ने साफ कर दिया है कि किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेताओं को मंच से भाषण नहीं देने देंगे क्योंकि ये आंदोलन राजनीतिक आंदोलन नहीं है।


