हार्दिक पटेल का आमरण अनशन आठवें दिन भी जारी
पाटीदार अारक्षण आंदोलन समिति (पास) नेता हार्दिक पटेल ने अपने आमरण अनशन के आठवें दिन आज एक बार फिर से पानी लेना शुरू कर दिया

अहमदाबाद। पाटीदार अारक्षण आंदोलन समिति (पास) नेता हार्दिक पटेल ने अपने आमरण अनशन के आठवें दिन आज एक बार फिर से पानी लेना शुरू कर दिया।
विजय संकल्प अनिश्चितकालिन उपवास आंदोलन के आठवें दिन @INCIndia पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदनभाई मिस्त्री उपवास छावनी पर उपस्थित रहे। pic.twitter.com/z2nX2vN0wN
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 1, 2018
किसानों की ऋण माफी, पाटीदार-आरक्षण और राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार अपने साथी अल्पेश कथिरिया की रिहाई की मांग को लेकर 25 अगस्त से यहां ग्रीनवुड रिसार्ट स्थित अपने आवास में अनशन पर बैठे हार्दिक ने दो दिन पहले जल त्याग भी कर दिया था।
उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद गढड़ा स्वामीनारायण मंदिर के प्रमुख एस पी स्वामी ने कल शाम उनसे फिर से पानी पीने का आग्रह किया था, उस समय वह रो पड़े थे और इस पर विचार के लिए एक दिन का समय मांगा था। हार्दिक ने आज उनके हाथ से पानी पीकर इसकी शुरूआत कर दी। श्री स्वामी ने कहा कि हार्दिक ने पानी पीने का आग्रह तो मान लिया है पर किसानों की कर्ज माफी की घोषणा होने तक वह अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। ज्ञातव्य है कि
इस बीच, हार्दिक के स्वास्थ्य की जांच कर रहे निजी चिकित्सक अभयराजसिंह झाला ने कहा कि पानी पीने से हार्दिक को कुछ राहत मिलेगी पर अनशन जारी रहने से उनके स्वास्थ्य में अधिक सुधार नहीं होगा। उनके रक्त में एसीटोन की मात्रा बढ़ने से किडनी और अन्य अंग प्रभावित हो रहे हैं। उधर, हार्दिक की जाति कड़वा पटेल के शीर्ष धार्मिक संगठन उमिया माता संस्थान के पदाधिकारियों ने भी उनसे मुलाकात की।
ज्ञातव्य है कि सत्तारूढ भाजपा ने हार्दिक के कार्यक्रम को कांग्रेस की शह पर आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किया जा रहा कार्यक्रम करार दिया है। राज्य सरकार ने हार्दिक के पूर्व के कार्यक्रमों के बाद हुई हिंसा के चलते उन्हें बाहर अनशन करने की इजाजत नहीं दी थी।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने हार्दिक को खुला समर्थन दे रखा है।
हार्दिक ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खुला समर्थन किया था। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा ने भी आज उनसे मुलाकात की। उन्होंने कहा कि हार्दिक को लंबे आंदोलन के लिए अपना स्वास्थ्य भी सही रखना जरूरी है। भाजपा की निष्ठुर सरकार को उनकी परवाह नहीं है। कांग्रेस किसानों की कर्जमाफी की उनकी मांग पर पूर्व के जैसे राज्य भर में समर्थन कार्यक्रम आयोजन करेगी।


