बीजेपी से निष्कासित हरक सिंह की कांग्रेस में हुई वापसी
उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी से निष्कासित हरक सिंह रावत शुक्रवार कांग्रेस में शामिल हो गए

नई दिल्ली, उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी से निष्कासित हरक सिंह रावत शुक्रवार कांग्रेस में शामिल हो गए।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरक सिंह रावत को कांग्रेस वॉर रूम में पार्टी में शामिल करवाया। इस मौके पर हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति भी कांग्रेस में शामिल हो गईं। बीजेपी से छह साल के लिए निष्काषित किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने शुक्रवार को कई दिनों की जद्दोजहद के बाद एक बार फिर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। कांग्रेस में वापसी के बाद हरक सिंह ने पार्टी हाईकमान को धन्यवाद दिया। बीजेपी ने उनपर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था।
इससे पहले हरक सिंह रावत ने बीजेपी से निकाले जाने के बाद मंगलवार को कहा था कि वह पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से 100 बार भी माफी मांग सकते हैं।
दरअसल बीजेपी से निष्कासित होकर हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा के बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने साफ कर दिया था कि उनको पहले अपनी गलती स्वीकार करनी होगी। तो ही वह उनका स्वागत करेंगे। इससे पहले साल 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और हरक सिंह रावत समेत कांग्रेस के नौ विधायकों ने विधानसभा सत्र के दौरान ही पार्टी से विद्रोह कर मुख्यमंत्री हरीश रावत की सरकार गिराने की कोशिश की थी और ये सभी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे।
इसके बाद अब मंगलवार को हरक सिंह रावत ने कहा था, मेरी उनसे बातचीत हुई है वे (हरीश रावत) आगे बताएंगे कि क्या होगा। वे मेरे बड़े भाई हैं, मैं अपने बड़े भाई से 100 बार भी माफी मांग सकता हूं। कांग्रेस पार्टी का अपना निर्णय है। 2016 में परिस्थितियां अलग थीं।
इस बीच हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश नेताओं को पहले आपसी सहमति बनाने के लिए कहा था। फिलहाल अब ये उम्मीद लगाई जा रही है कि हरीश रावत से हरक सिंह रावत ने शायद अपनी सभी गलतियों की माफी मांग ली है, जिसके बाद ही हरीश रावत ने हरक सिंह को कांग्रेस में फिर शामिल करवा लिया है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री रहे हरक सिंह रावत को रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया था। जिसके बाद उन्हें बीजेपी ने भी 6 साल के लिए उनकी पार्टी से प्राथमिक सदस्यता खत्म कर दी थी।


