अगर मैदान पर समझदारी से काम लेते तो 148 रन बचा सकते थे : रोहित
भारत के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि उनकी टीम बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 मैच में मैदान पर समझदारी से काम लेती तो वह 148 रनों का लक्ष्य बचा सकते

नई दिल्ली। भारत के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि उनकी टीम बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 मैच में मैदान पर समझदारी से काम लेती तो वह 148 रनों का लक्ष्य बचा सकते थे।
बांग्लादेश ने भारत को रविवार को अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मैच में सात विकेट से हरा दिया।
भारत ने छह विकेट के नुकसान पर 148 रन बनाए जिसे बांग्लादेश ने तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
मैच के बाद रोहित ने कहा, "148 अच्छा स्कोर था। हम अगर मैदान पर समझदारी से काम लेते तो इसे बचा सकते थे। मैदान पर हमारे कुछ फैसले सही नहीं रहे और वही हमारे खिलाफ भी गए। यहीं हम फैसले लेने में मात खा गए।"
उन्होंने कहा, "आप जब भी पहले ओवर में विकेट खोते हो तो वहां से वापसी करना आसान नहीं होता है। पिच हल्की नर्म थी, शॉट लगाना आसान नहीं था। हमें पहले बल्लेबाजी करते हुए 140-150 चाहिए थे, यही संदेश था।"
कप्तान ने कहा कि वह इस बात से बिल्कुल भी चितित नहीं हैं कि उनकी युवा टीम घरेलू परिस्थतियों में विफल रही।
उन्होंने कहा, "गेंद थोड़ी बहुत रुक कर आ रही थी। यह युवा खिलाड़ी हैं जो टीम में जगह बनाने की कोशिश में हैं इसलिए उन्हें समय चाहिए होता है कि उन्हें इस तरह की पिच पर कैसे बल्लेबाजी करनी चाहिए।"
रोहित ने कहा, "यह प्रतिस्पर्धी स्कोर था, लेकिन जब आपको इस तरह के स्कोर को बचाना होता है तो आपको लगातार विकेट लेने होते हैं, लेकिन उनकी साझेदारियां अच्छी रहीं और यह मैच का टíनंग प्वाइंट रहा।"
इस मैच में बांग्लादेश के हीरो रहे मुश्फीकुर रहीम के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील को अंपायर ने नकार दिया था जबकि रिप्ले में रहीम आउट नजर आ रहे थे। ऋषभ पंत के कहने पर रोहित ने इस पर रिव्यू नहीं लिया था। वहीं पंत ने जब रिव्यू लिया तो वह विफल रहा।
इस पर रोहित ने कहा, "जाहिर सी बात है कि पंत युवा है और उसे समझने में समय लगेगा। इस बात का फैसला करना जल्दबाजी होगा कि वह इस तरह के फैसले ले सकते हैं या नहीं, गेंदबाज भी। जब कप्तान सही जगह खड़ा नहीं होता है तो गेंदबाज और विकेटकीपक का संयोजन ही काम आता है।"


