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ग्वालियर मेला 25 दिसम्बर से, रोड टेक्स छूट को लेकर संशय, जानिए क्या है मेला में खास

ग्वालियर व्यापार मेला 104 एकड़ में फैला एशिया का सबसे बड़ा मेला है। जिसके तैयारी के लिए कम से कम तीन माह का समय चाहिए। 1905 से आयोजित यह मेला उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण आर्थिक है।

ग्वालियर मेला 25 दिसम्बर से, रोड टेक्स छूट को लेकर संशय, जानिए क्या है मेला में खास
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गजेन्द्र इंगले
ग्वालियर: तमाम ज्ञापन व लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार ग्वालियर व्यापार मेला के आयोजन को हरी झंडी मिल गई है। लघु एवं सूक्ष्म उद्योग मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा ने सोमवार को वर्चुअल बोर्ड मीटिंग में मेला आयोजन की सभी जरूरी अनुमतियां दे दी हैं। मेला तय समय पर आयोजित होगा जो 25 दिसम्बर से 7 फरवरी तक चलेगा। लेकिन मेला में नॉन कमर्शियल वाहनों के रोड टेक्स में छूट को लेकर अभी भी संशय है।
व्यापार मेला की तारीख की घोषणा होते ही व्यापारियों ने तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना के समय मेला आयोजित नहीं हुआ था, अब दो साल बाद मेला आयोजित हो रहा है, यह देखकर व्यापारियों में खासा उत्साह है। इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी पीताम्बर लोकवानी का कहना है कि अब जल्द ही कम्पनियों से बात कर मेला में शोरूम लगाने की तैयारी की जाएगी। इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर मेला में अपनी पहचान रखता है उसे और बेहतर तरीके से सजाया जाएगा। वहीं ऑटोमोबाइल व्यापारी चरनजीत नागपाल का कहना है कि यदि रोड टेक्स में 50% छूट दी जाती है तो वे भी अपने शोरूम लगाएंगे। यदि छूट नहीं मिलती है तो हम हिस्सा नहीं लेंगे।
हालांकि छोटे व मंझले व्यापारियों में मेला आयोजन को लेकर खुशी की लहर है। महेंद्र भदकारिया ने बताया कि मेला में आस पास के राज्यों से भी सैंकड़ो छोटे दुकानदार आते हैं, वे तीन चार दिन में ही अपनी दुकान लगा लेते हैं। लाखों लोगों का परिवार इस मेला से चलता है। झूला सेक्टर व अन्य तैयारी हम कल से ही शुरू कर देंगे।
आपको बता दें कि अभी तक मेला परिसर में साफ सफाई व रंग रोगन भी शुरू नहीं हुआ है। हालांकि बैठक में परिसर के चारों तरफ बाउंड्री वाल बनाने सड़क डामरीकरण, शौचालय मरम्मत, की बात भी कही गई। लेकिन इतने कम समय मे 25 दिसम्बर से पहले यह सब तैयारी करना मेला प्राधिकरण के लिए बडी चुनौती होगी। श्रीमंत माधव राव सिंधिया के नाम से आयोजित ग्वालियर व्यापार मेला 104 एकड़ में फैला एशिया का सबसे बड़ा मेला है। जिसके तैयारी के लिए कम से कम तीन माह का समय चाहिए। 1905 से आयोजित यह मेला उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण आर्थिक है।
मेला आयोजन के लिए हुई वर्चुअल बैठक में उद्योग विभाग के आयुक्त पी नरहरि, ग्वालियर सम्भाग आयुक्त दीपक सिंह, एडीजी डी श्रीनिवास वर्मा, ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह शामिल हुए।

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