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गुरुग्राम गोलीकांड : पूर्व सरपंच परिजन की हत्या के आरोप में 12 गिरफ्तार

गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार को तीन किशोरों सहित बारह लोगों को गिरफ्तार कर गुरुग्राम के कसन गांव के पूर्व सरपंच के कई रिश्तेदारों की हत्या के मामले को सुलझाने का दावा किया है

गुरुग्राम गोलीकांड : पूर्व सरपंच परिजन की हत्या के आरोप में 12 गिरफ्तार
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गुरुग्राम। गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार को तीन किशोरों सहित बारह लोगों को गिरफ्तार कर गुरुग्राम के कसन गांव के पूर्व सरपंच के कई रिश्तेदारों की हत्या के मामले को सुलझाने का दावा किया है। दिवाली की रात हथियारबंद हमलावरों द्वारा परिवार पर की गई फायरिंग में पूर्व सरपंच के छह रिश्तेदार घायल हो गए थे। घायल हुए लोगों में से चार ने बाद में दम तोड़ दिया। जिननकी मौत हुई, वे थे - विकास (21), प्रवीण (38), सोहनपाल (35) और बलराम (40)।

हालांकि घटना के मुख्य आरोपी योगेंद्र उर्फ रिंकू की गिरफ्तारी होनी बाकी है।

पुलिस ने इनके कब्जे से एक मारुति इको कार, 4 मोबाइल, एक कैंटर की चाबी, 2 देसी पिस्टल, 1 पिस्टल, 7 कारतूस, 5 इस्तेमाल की हुई गोलियां और 1 मोटरसाइकिल बरामद की है।

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान कैथल निवासी अमित सिंह, पानीपत के तरुण कुमार उर्फ चीनू के रूप में हुई है, दोनों को 10 नवंबर को कासन गांव से गिरफ्तार किया गया था।

जयपुर के गोपाल कसन गांव निवासी सुभाष और डेविड को 12 नवंबर को मानेसर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि साजिश में योगेंद्र के पिता सुभाष सहित दो लोग शामिल थे।

तीनों नाबालिगों को 13 नवंबर को कसन गांव से गिरफ्तार किया गया था। नाबालिगों ने घटना से पहले पीड़िता के घर का मुआयना किया था और कथित अपराधियों को जानकारी दी थी।

सूचना मिलने पर शनिवार को फरु खनगर में केएमपी एक्सप्रेस-वे के पास से सभी शार्पशूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि अपराध को अंजाम देने के बाद उन्होंने कैथल जिले में सहायता ली और सभी इंतजाम अमित द्वारा किए गए जो मुख्य आरोपी योगेंद्र के रिश्तेदार हैं।

प्रीत पाल सांगवान, एसीपी (अपराध) ने कहा, "अभिषेक एक खूंखार अपराधी था। वह दिल्ली, सोनीपत, झज्जर और बहादुरगढ़ में हत्या, हत्या के प्रयास और लूट के दो दर्जन मामलों में शामिल था और योगेंद्र के निर्देश पर उसने अपने गिरोह के सदस्यों के साथ कसन गांव में हत्याओं को अंजाम दिया।"

अपराधियों ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि उन्होंने साल 2007 में योगेंद्र के भाई मनोज की हत्या का बदला लेने के लिए हमले की योजना बनाई थी।

सांगवान ने कहा, "गिरफ्तार किए गए सभी अपराधियों को आगे की जांच के लिए पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।"

शिकायतकर्ता राजेश कुमार ने पुलिस को बताया कि कसन गांव के योगेंद्र उर्फ रिंकू, अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) के दीपक उर्फ भोलू, भिवानी के मनीष राणा, सोनीपत के अमित उर्फ गाथ समेत कुछ अन्य हमलावर दिवाली की रात 8 बजे पूर्व सरपंच गोपाल के घर में घुस आए थे। उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग कर दी।


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