गुरदासपुर लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार थमा
पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट पर 11 अक्टूबर का हाेने वाले मतदान के लिए करीब तीन सप्ताह से जारी चुनावी शाेेरगुल आज शाम पांच बजे थम गया।
गुरदासपुर। पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट पर 11 अक्टूबर का हाेने वाले मतदान के लिए करीब तीन सप्ताह से जारी चुनावी शाेेरगुल आज शाम पांच बजे थम गया।
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी वी के सिंह ने आज यहां बताया कि शांतिपूर्ण, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान के लिये सुरक्षा केे व्यापक इंतजाम किये गये हैं।
शाम पांच बजे प्रचार थमते ही सभी पार्टियों के बाहरी लोगाेें को क्षेत्र से चले जाने को कहा गया है। भारत पाकिस्तान सीमा से लगी इस लोकसभा क्षेेत्र मेें सुरक्षा बढ़ा दी गयी हैै।
मतदान होने तक सभी दलाेें ने घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। सभी पार्टियां प्रचार में अंतिम समय तक कोई कसर नहीं छोड़ना चाहतीं। सभी दलों ने अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिये पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिंह ने क्षेत्र में राेड़ शाे किया।
अकाली-भाजपा गठबंधन अंतिम क्षणों तक जनसभायें कर वोेटरों को लुभाते रहेे। आम आदमी पार्टी भी चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कर रही है।
ग्रामीण बहुल इस सीट पर लगभग 15 लाख 29 हजार मतदाता 11 अक्टूबर को उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगेे।
सत्तारूढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एवं उम्मीदवार सुनील जाखड़ का भाजपा गठबंधन प्रत्याशी स्वर्ण सलारिया से सीधा मुकाबला है।
आप पार्टी ने भूतपूर्व सैनिक सुरेश खजुरिया को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर ज्यादातर हिन्दू ,सिख ,ईसाई है। चुनाव का नतीजा 15 अक्तूबर को आयेगा।
उपचुनाव मेें चुनाव प्रचार आराेप प्रत्याराेप से शुरू हाेकर चरित्र हनन तक जाकर समाप्त हुआ। सभी बड़े दलों नेे वाेटरों को लुभाने के लियेे वादेे भी कियेे ।
आप तथा गठबंधन ने कांग्रेस सरकार को वादे पूरे न करने के लिये कोेसा। वहीं राज्य की खस्ता हालत के लिये कांग्रेस ने बादल सरकार को जिम्मेेदार बताया ।
आप ने दोेनों दलोें को एक सिक्के दो पहलू करार दिया। इस सीट पर नौ विधानसभा हल्के पड़ते हैं आैर इनमें से सात हल्कों में कांग्रेस का कब्जा है तथा एक-एक सीट भाजपा तथा अकाली केे पास है। यह सीट भाजपा के चार बार सांसद रहे विनोद खन्ना के निधन से रिक्त हुई।


