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अदाणी टोटल गैस की आय वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 19 प्रतिशत बढ़ी, वॉल्यूम में 16 प्रतिशत का इजाफा हुआ

देश की बड़ी एनर्जी कंपनियों में से एक अदाणी टोटल गैस लिमिटेड (एटीजीएल) ने मंगलवार को कहा कि वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में कंपनी की आय सालाना आधार पर 19 प्रतिशत बढ़कर 1,569 करोड़ रुपए हो गई है

अदाणी टोटल गैस की आय वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 19 प्रतिशत बढ़ी, वॉल्यूम में 16 प्रतिशत का इजाफा हुआ
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अहमदाबाद। देश की बड़ी एनर्जी कंपनियों में से एक अदाणी टोटल गैस लिमिटेड (एटीजीएल) ने मंगलवार को कहा कि वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में कंपनी की आय सालाना आधार पर 19 प्रतिशत बढ़कर 1,569 करोड़ रुपए हो गई है। इस अवधि में कंपनी की सीएनजी और पीएनजी की संयुक्त वॉल्यूम में सालाना आधार पर 16 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में अदाणी ग्रुप की कंपनी के सीएनजी स्टेशनंस की संख्या बढ़कर 662 हो गई है। वहीं, पीएनजी कनेक्शन की संख्या बढ़कर 10.20 लाख हो गई है।

इंडस्ट्रियल और कमर्शियल कनेक्शन की संख्या बढ़कर 9,603 हो गई है और सितंबर तिमाही में इसमें 147 की वृद्धि दर्ज की गई है।

एटीजीएल के सीईओ और ईडी सुरेश पी मंगलानी ने कहा, "टीम एटीजीएल ने एक बार फिर प्रभावशाली आंकड़े पेश किए हैं, जिसमें 16 प्रतिशत की वॉल्यूम ग्रोथ, 20 प्रतिशत की आय वृद्धि (वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में) और 603 करोड़ रुपए का ईबीआईडीटीए शामिल है, जबकि एपीएम और एनडब्ल्यूजी गैस की संयुक्त आपूर्ति वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही के 70 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में 59 प्रतिशत रह गई और डॉलर, रुपए के मुकाबले 4 प्रतिशत महंगाई हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप गैस की लागत में वृद्धि हुई।"

एटीजीएल ने बताया कि कंपनी द्वारा लगाए गए चार्जर्स की संख्या बढ़कर 4,209 हो गई है। एक्सचेंज रेट में वृद्धि और उच्च गैस लागत के बावजूद, एटीजीएल ने कैलिब्रेटेड प्राइसिंग स्ट्रेटेजी और ओपेक्स ऑप्टिमाइजेशन के माध्यम से मात्रा में वृद्धि की, जिससे वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में 302 करोड़ रुपए का ईबीआईटीडीए प्राप्त हुआ।

मंगलानी ने कहा, "सीएनजी सेगमेंट के लिए एपीएम गैस आवंटन से जुड़ी बदलती स्थिति पर हमारी कड़ी नजर है, लेकिन हमारा विविधीकृत गैस सोर्सिंग पोर्टफोलियो हमें एक कैलिब्रेटेड प्राइसिंग एप्रोच अपनाने में सक्षम बनाता है, जिससे उभोक्ताओं के हितों को ध्यान रखने में मदद मिलती है।"

आईसीआरए ने एटीजीएल की लॉन्ग टर्म क्रेडिट रेटिंग को 'एए+ (स्टेबल)' कर दिया है, जबकि क्रिसिल और केयर ने नई एए+ (स्टेबल) रेटिंग दी है।

मंगलानी ने कहा, "ये रेटिंग एटीजीएल के बढ़ते पैमाने, मजबूत पैरेंटेज, अच्छी वॉल्यूम ग्रोथ, मजबूत गैस सोर्सिंग व्यवस्था और मजबूत वित्तीय प्रोफाइल के बारे में एजेंसियों के सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाती हैं।"


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