गुजरात, हिमाचल का फैसला आज
गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव के कल आने वाले नतीजों पर पूरे देश की निगाह लगी हुई है और इन नतीजों से भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगा हुई है

नई दिल्ली। गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव के कल आने वाले नतीजों पर पूरे देश की निगाह लगी हुई है और इन नतीजों से भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगा हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्टï्रीय अध्यक्ष अमित शाह का गृह राज्य होने के कारण देश भर की नजर गुजरात की ओर ही अधिक होगी। गुजरात विधानसभा की 182 और हिमाचल की 68 सीटों के लिए चुनाव संपन्न होने के बाद उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गयी है। गुजरात का चुनाव इस बार विशेष महत्व रखता है और इस से भाजपा तथा कांग्रेस की भावी राजनीति भी प्रभावित होगी, इसलिए इसकी मतगणना पर लोगों की विशेष निगाह लगी है। चुनाव आयोग ने राज्य में 37 स्थानों पर मतगणना की व्यस्था की है जबकि हिमाचल में 42 स्थानों पर मतगणना के प्रबंध किए गए हैं। इन सभी स्थानों पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी अभी से तैनात कर दिए गए हैं और स्ट्रांग रूम में सीलबंद ईवीएम और वीवी पेट मशीनों पर कड़ा पहरा है।
आठ बजे से शुरू होगी मतगणना
सुबह आठ बजे से दोनों ही राज्यों में मतगणना का काम शुरू होगा और शुरूआती रूझान सुबह नौ बजे के आसपास से मिलने लगेंगे। सभी परिणाम दोपहर तक आ जाने की उम्मीद है। सबसे पहले पोस्टल बैलट की मतगणना होगी और साढ़े आठ बजे से इवीएम के वोटों की गणना शुरू होगी।
वीवीपैट पर्ची की भी होगी गिनती
कुल 16 बूथ पर आयोग के निर्देश के अनुरूप वीवीपैट पर्ची की गणना भी होगी। हर क्षेत्र के लिए इस बार पर्यवेक्षक के अलावा माइक्रो आब्जर्वरों की भी नियुक्ति हुई है। मतगणना संपन्न होने पर सभी क्षेत्र के एक बूथ के वीवीपैट पर्ची की भी पायलट परियोजना के तहत गिनती और मिलान किया जायेगा।
मोदी व राहुल के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना गुजरात
गुजरात का चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न रहा और दोनों ने इस राज्य में जमकर चुनाव प्रचार किया। दोनों ने एक दूसरे पर जमकर हमले भी किये तथा चुनावी जनसभाओं से मतदाताओं को लुभाने और भरमाने के भी प्रयास किये। गुजरात में चुनाव के दौरान दोनों दलों ने आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की। कांग्रेस ने आयोग पर पूर्वाग्रह से प्रेरित होने का भी आरोप लगाया। मतदान के तुरंत बाद विभिन्न समाचार चैनलों द्वारा दोनों ही राज्यों में कराए गए एग्जिट पोल में भाजपा को स्पष्टï बहुमत मिलने की संभावना जताई गई है। भाजपा जहां एग्जिट पोल में बढ़त मिलने से उत्साहित है वहीं कांग्रेस ने इन एग्जिट पोलों के परिणामों को पूरी तरह से खारिज करते हुए जीत का दावा किया है।


