गुजरात :नरभक्षी तेंदुआ को गोली मारने के लिए वन विभाग ने मांगी अनुमति, 6 दिनों में 3 का शिकार
गुजरात के पूर्वी जिले दाहोद के धानपुर तालुका के जंगली इलाके में पिछले कुछ दिनों से आतंक मचाने वाले नरभक्षी तेंदुए ने आज एक और महिला को अपना शिकार बना

दाहोद । गुजरात के पूर्वी जिले दाहोद के धानपुर तालुका के जंगली इलाके में पिछले कुछ दिनों से आतंक मचाने वाले नरभक्षी तेंदुए ने आज एक और महिला को अपना शिकार बना लिया जबकि वन विभाग ने अब इसे गोली मारने की राज्य सरकार से अनुमति मांगी है।
जिले के देवगढ़ बारिया वन मंडल के डीएफओ जनक एल झाला ने आज यूएनआई को बताया कि गत 21 नवंबर से आज तक इस तेंदुए ने तीन लोगों को मार डाला है और एक अन्य को घायल किया है। आज सुबह इसने जंगल में जलावन की लकड़ी चुनने गयी मथुरीबेन गणावा (64) को भारपुर के जंगल में हमला कर मार डाला। इसने उनका खून चूसने के अलावा गले के भाग के बड़े हिस्से को खा लिया। इसी ने निकटवर्ती पूनाकोट के जंगल में 22 नवंबर को 11 साल की ज्योत्सना और 21 नवंबर को कोटंबी के जंगल में अस्मिता (10) को शिकार बना लिया था। इसने एक अन्य महिला को घायल भी किया था। इसी इलाके में वर्ष 2002-03 में आठ लोगों को इसी अंदाज में मार डालने वाले एक अन्य नरभक्षी तेंदुए को तब मार गिराया गया था।
झाला ने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों, सरपंचों और विधायक सह मंत्री बच्चूभाई खाबड़ की इच्छा के अनुरूप वन विभाग ने सरकार से इस तेंदुए को भी मारने की अनुमति मांगी है। हालांकि इसे पकड़ने के लिए पहले से ही कई पिंजरे लगाये गये हैं और अब एक नयी जुगत के तहत आज मृत महिला की खून सनी साड़ी से बने पुतले को एक पिंजरे में उसी इलाके में रखा गया है। आम तौर पर शिकार के बाद दोबारा ऐसे जानवर उधर आते हैं। इंसानी खून की महक से वह पिंजरे में फंस सकता है।
उन्होंने बताया कि जिन इलाकों में यह हमले कर रहा है वे सभी तीन से चार किलोमीटर के अंतर पर ही हैं। इसे जल्द से जल्द पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं और इसके लिए जंगल में उसकी गतिविधि पर निगरानी के लिए ट्रैप कैमरे भी लगाये जा रहे हैं। सरकार की अनुमति मिलने पर और अन्य उपाय कारगर नहीं होने पर इसे मारा जायेगा।


