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जीएसटी के विरोध में बंद रहा नगर

जीएसटी के विरोध में नगर के व्यापारी संघ द्वारा सोमवार नगर बंद के आव्हान का असर मिला-जुला देखने को मिला

जीएसटी के विरोध में बंद रहा नगर
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मुलताई। जीएसटी के विरोध में नगर के व्यापारी संघ द्वारा सोमवार नगर बंद के आव्हान का असर मिला-जुला देखने को मिला। सुबह से ही कहीं दुकाने खुली तो कहीं बंद या कहीं एक शटर खुला और दूसरा शटर बंद रहा। दोपहर 12 बजे के बाद लगभग सभी दुकानें खुल गई और व्यापारी अपने काम धंधे में लग गए जिससे नगर बंद मात्र औपचारिक रहा। व्यापारियों ने लगभग 11.30 पर मुख्य मार्ग से बाईक रैली निकालकर जीएसटी विरोधी नारे लगाए तथा जीएसटी का विरोध जताया। रैली लेकर व्यापारी तहसील कार्यालय पहुुंचे जहॉ एसडीएम राजेश शाह को ज्ञापन सौंपकर जीएसटी को व्यापारी विरोधी बताते हुए इसे समाप्त करने की मांग की गई। रैली में पूरे नगर से मात्र आधा सैकड़ा व्यापारी ही नजर आए तथा बड़ी संख्या में व्यापारी अपने दुकानों के सामने बैठे नजर आए।

भाजपा व्यापारी असमंजस में रहे : व्यापारी संघ द्वारा जीएसटी के विरोध में नगर बंद कई भाजपा व्यापारियों को उहा-पोह की स्थिति में छोड़ गया। यदि व्यापारी दुकान बंद करते हैं तो भाजपा की नीतियों का विरोध होगा और यदि खोलते हैं तो व्यापारियों से विरोध होगा। एैसी स्थिति में कई व्यापारी दो शटर में से एक खोलकर तथा दूसरा बंद कर दोनों ही संतुष्ट करते नजर आए। वहीं बड़ी संख्या में व्यापारी खुलेआम सामने नही आए लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से जीएसटी का विरोध करते रहे। इसके अलावा छोटे व्यापारियों को जीएसटी से कोई सरोकार नजर नही आया और वे सुबह से ही दुकानें खोलकर रोजमर्रा की भांति धंधा करते रहे। पूरे मामले में गौरतलब है कि यदि यही बंद कांग्रेस पार्टी द्वारा किया जाता तो शायद भाजपा व्यापारी खुलेआम दुकानें खोलकर बैठते लेकिन बात व्यापारी संघ की आ जाने से असमंजस की स्थिति में दिखे।

जन्मोत्सव के कारण 3 दिन बाद हुआ बंद : पूरे मध्यप्रदेश में 30 जून का जीएसटी का विरोध करते हुए व्यापारियों द्वारा बंद का आव्हान किया गया था लेकिन उस दिन मुलताई का प्रमुख पर्व मां ताप्ती जन्मोत्सव होने की वजह से नगर के व्यापारियों ने 3 जुलाई को बंद का निर्णय लिया गया था। व्यापारी संघ द्वारा बंद का व्यापक प्रचार प्रसार करने के बावजूद बंद को अपेक्षित सफलता नही मिली जिसका कारण 1 जुलाई से जीएसटी लागू होने से व्यापारियों में हताशा बताई जा रही है।

व्यापारी विरोधी प्रावधानों से रोष

व्यापारी संघ के पुरूषोत्तम अग्रवाल, दीपेश बोथरा सहित अन्य व्यापारियों ने बताया कि जीएसटी व्यापारी विरोध प्रावधान है जिससे समस्त व्यापारियों में भारी आक्रोश है। व्यापारियों ने बताया कि जीएसटी के वे विरोध में नही है वरन इसके प्रावधानों के विरोध में है इसलिए व्यापारियों को जीएसटी मंजूर नही है। व्यापारियों के अनुसार यदि व्यापारियों की समस्या पर शासन ने गौर नही किया तो मजबूरन व्यापारियों को अनिश्चितकालीन हड़ताल करने हेतू बाध्य होना पड़ेगा।


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