जीएसटी का असर दीपावली पर साफ देखा जा रहा
नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का असर रोशनी के त्योहार दीपावली पर साफ देखा जा रहा है

लखनऊ। नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का असर रोशनी के त्योहार दीपावली पर साफ देखा जा रहा है हालांकि ऑनलाइन खरीददारी के प्रति ग्राहकों का बढ़ता रूझान भी पारंपरिक बाजार पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।
उत्तर प्रदेश समेत समूचा उत्तर भारत नवरात्र के बाद त्योहारी मूड में अा जाता है। इस मौके को भुनाने के लिये राष्ट्रीय और बहुर्राष्ट्रीय कंपनियां खास आफर के साथ बाजार में उतरती हैं। हर साल की तरह इस बार भी आफरों की भरमार है। इसके बावजूद बाजारों और हाटों में रौनक फीकी पड़ी हुयी है।
बाजार विशेषज्ञ खरीददारी के प्रति लोगों के रूझान में कमी का कारण नयी कर प्रणाली जीएसटी को दे रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि कालाधन पर नकेल कसने के लिये केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले से भी बाजार फौरी तौर पर प्रभावित हुआ है। उधर, आनलाइन शापिंग के प्रति बढ़ते आकर्षण का असर भी खुदरा व्यापार पर पड़ा है। हालांकि कारोबारियों को उम्मीद है कि धनतेरस के मौके पर ग्राहकों की भीड़ सारे गिले शिकवे दूर कर देगी।
साेने चांदी की कीमतों में स्थिरता भी ग्राहकों को आभूषण प्रतिष्ठानों की ओर खींचेगी। लखनऊ, कानपुर, बरेली, इलाहाबाद, वाराणसी और आगरा के मुख्य बाजारों में पसरा सन्नाटा दुकानदारों को डरा रहा है। दुकानदार कह रहे हैं कि त्योहारी सीजन शुरू होते ही बाजारों में रौनक आ जाती थी मगर इस बार हालात जुदा है। पहले नोट बंदी, फिर जीएसटी से व्यापार लगभग आधा हो गया है, वहीं आनलाइन वेब पोर्टलों ने बाजार की कमर तोड दी है।


