हड़ताल पर जाएंगे एअर इंडिया के कर्मचारी
एयरलाइंस के कर्मचारी सरकार के फैसले से खुश नहीं दिख रहे है

सरकार लम्बे समय से एअर इंडिया को बेचने की कोशिश में जुटी थी. इसका विरोध भी शुरूआत से ही कर्मचारी यूनियनों द्वारा किया जा रहा है. लेकिन कोरोना महामारी के दौरान सरकार की ओर से साफ कर दिया गया कि या तो वो एअर इंडिया को निजी कंपनी के हाथों बेंचेंगे या फिर इसे बंद कर देंगे. और अब ये सरकारी एयरलाइंस कंपनी टाटा संस की हो चुकी है. टाटा संस ने नीलामी में इसे खरीद लिया है. एअर इंडिया के लिए स्पाइसजेट और टाटा संस ने बोली लगाई थी. जिसमें टाटा की बोली सबसे ज्यादा थी. टाटा को एअर इंडिया का मालिकाना हक तो मिल गया. लेकिन इस एयरलाइंस के कर्मचारी सरकार के फैसले से खुश नहीं दिख रहे है. और निजीकरण को लेकर उनका जो डर था वो अब सामने आने लगा है. जिसे लेकर एअर इंडिया की यूनियन ने हड़ताल पर जाने की योजना बनाई है. दरअसल जैसे ही एअर इंडिया को टाटा संस के हाथों बेचने का ऐलान हुआ. एअर इंडिया के कर्मचारियों को आबंटित मकान 6 महीने के अंदर खाली करने के आदेश दे दिए गए... कर्मचारियों को 5 अक्टूबर को सौंपे गए नोटिस में कहा गया है कि कर्मचारी लिखकर दें कि 6 महीने के अंदर उन्हें आबंटित घर खाली कर देंगे.. एअर इंडिया और टाटा ग्रुप के बीच हुए विनिवेश सौदे की आखिरी तारीख के छह महीने के भीतर कर्मचारी मुंबई के कलिना स्थित आवास को छोड़ दें. इस नोटिस के मिलने के बाद से ही एयर इंडिया के कर्मचारियों में खलबली मच गई है. और अब उन्होंने 2 नवंबर से हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया. ...इसकी जानकारी कर्मचारियों ने मुंबई कमिश्नर को भी दे दी है..


