नियम को ताक पर भूखंड आबंटित करने पर फंसे ग्रेनो प्राधिकरण के अधिकारी
तुस्याना गांव में जमीन अधिग्रहण से बाहर होने पर और मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के बाद 2011 में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन अधिकारियों ने गांव हबीबपुर के तीन गांव के किसानों को समझौते के आधार
ग्रेटर नोएडा। तुस्याना गांव में जमीन अधिग्रहण से बाहर होने पर और मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के बाद 2011 में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन अधिकारियों ने गांव हबीबपुर के तीन गांव के किसानों को समझौते के आधार पर 3010 वर्गमीटर भूखंड आबंटित कर दिया था। जबकि इस जमीन की मूल काबिज एडब्लूएचओ की रहने वाली विमला देवी है।
विमला देवी की शिकायत पर कासना कोतवाली पुलिस ने 20 मई 2017 को एसएसपी के आदेश पर मामला भी दर्ज कर लिया था। पुलिस ने इस मामले में विवेचना कर अपनी रिपोर्ट भी सौंपी दी। विवेचना अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में किसानों को क्लीज चीट दे दी है इसके लिए प्राधिकरण अधिकारियों को जिम्मेदार माना हे। प्राधिकरण अधिकारियों की गिरफ्तार न होने पर पीड़ित मामला ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर प्राधिकरण के तत्कालीन महाप्रबंधक नियोजन, उपमहाप्रबंधक नियोजन, उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी समेत आदेश पारित करने वाले आधिकारियों व कर्मचारियों को गिरफ्तार करने की मांग उठाई और इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग रखी है।
मुख्यमंत्री स्तर से जांच का आदेश पर प्राधिकरण कई अधिकारियों की गर्दन फंस सकती है। मूलत गाधीगंज के हापुड़ की रहने वाली स्वर्गीय हेमचंद गुप्ता की पत्नी विमला देवी हाल निवासी ग्रेटर नोएडा एडब्लूएचओ सोसायटी ने गांव तुस्याना में खाता नंबर-80 के खसरा संख्या 922 की एक बीघा पांच विस्वासी पुख्ता जमीन खरीदी थी। राजस्व रिकार्ड में उनका भी दर्ज हो गया था। वह जमीन की लगातार मूल काबिज भी है। खसरा नंबर 922 में जमीन का कुछ अंश मैसर्स टेक्नोलाजी पार्क लिमिटेड दिल्ली के झण्डेवालान एक्सटेंशन नई क्रय किया। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने उस जमीन का अधिग्रहण करने का नोटिस जारी कर दिया।
जिस पर मैसर्स टेक्नोलॉजी ने कोर्ट की नोटिस के खिलाफ इलाहाबाद कोर्ट में याचिका दायर कर दी। कोर्ट ने सुनवाई के बाद प्राधिकरण का नोटिस निरस्त कर दिया। कोर्ट क आदश पर खसरा नंबर 922 अधिग्रहण से बाहर रही। मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के बाद प्राधिकरण ने भूमि का नियोजन कर खसरा नंबर पर भूखंड संख्या 325 क्षेत्रफल 3010 वर्गमीटर नियोजित कर दिया। प्राधिकरण ने समझौते के आधार पर 3010 वर्गमीटर हबीबपुर गांव के राम सिंह, दयाराम व राजाराम को आबंटित कर दिया।
इस पर प्राधिकरण के तत्कालीन अधिकारियों ने मोहर भी लगा दी। प्राधिकरण ने आबंटित जमीन का कोई दिशा भी नहीं खोला। इस पर विमला देवी ने कासना कोतवाली में शिकायत दी कि जालसाजी के साथ उनकी जमीन आबंटित कर दी गई।




