Top
Begin typing your search above and press return to search.

सिरसा गांव में विरोध के चलते नहीं चल पाया ग्रेनो प्राधिकरण का बुलडोजर

किसानों के विरोध के कारण उल्टे पांव लौटा प्राधिकरण का दस्ता

सिरसा गांव में विरोध के चलते नहीं चल पाया ग्रेनो प्राधिकरण का बुलडोजर
X

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण का अतिक्रमण हटाओ दस्ता षुक्रवार को सिरसा गांव पहुंचा। जहां पर किसानों ने पुरानी आबादी तोड़ने का आरोप लगाते हुए विरोध किया और अतिक्रमण हटाओ दस्ते को उल्टे पांव वापस लौटा दिया।

किसानों ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण किसानों को भ्रमित कर रहा है। किसानों की पुश्तैनी आबादियों को जो प्राधिकरण बोर्ड बैठक से पास हैं, उन्हें तोड़ने की कार्रवाई चल रही है, बृहस्पतिवार ग्राम बिसरख में आबादियों तोड़ी गई और ष्षुक्रवार ग्राम सिरसा में आबादी तोड़ने प्राधिकरण के अधिकारी पुलिस बल के साथ पहुंचे।

सिरसा गांव के पीड़ित किसान धर्मवीर खटाना की 6000 मीटर आबादी का प्रस्ताव प्राधिकरण बोर्ड से पास है परंतु उसकी आबादी आज तक लीजबैक नहीं की गई है, प्राधिकरण नाजायज तौर पर आबादी को तोड़कर फैक्ट्री मालिक को कब्जा देना चाहता है।

दस्ते को देखकर सिरसा गांव के ग्रामीण आनंद भाटी जोगिंदर भाटी एवं अन्य लोग मौके पर आ गए साथ ही किसान सभा के कार्यकर्ता मनोज प्रधान इंद्रजीत सिंह रामपुर सूबेदार ब्रह्मपाल खोदना खुर्द वीर सिंह नेता एवं डॉ रुपेश वर्मा भी मौके पर पहुंच गए एवं नारे लगाते हुए हाई कोर्ट का स्टे दिखाते हुए प्राधिकरण बोर्ड से पास प्रस्ताव एवं पत्र की कॉपी दिखाते हुए प्राधिकरण के दस्ते का विरोध किया, प्राधिकरण का दस्ता विरोध देखकर वापस लौट गया।

किसानों ने आरोप लगाया कि बृहस्पतिवार ग्राम बिसरख में भी प्राधिकरण के दस्ते ने नाजायज तौर पर किसान की आबादी को तोड़ दिया था इसी तरह प्राधिकरण दस्ता ग्राम हैबतपुर इटेड़ा में भी तोड़फोड़ कर चुका है।

उपस्थित किसानों ने निर्णय लिया कि प्राधिकरण पहुंचकर पूरे प्रकरण को लेकर प्राधिकरण के अधिकारियों से विरोध जाहिर किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा पुश्तैनी आबादियों में तोड़फोड़ एवं अन्य समस्याओं को हल नहीं करने से किसानों में भारी रोष है 7 फरवरी के आंदोलन में बड़ी संख्या में किसानों के पहुंचने की संभावना है किसान सभा के नेता एवं कार्यकर्ता गांव में नुक्कड़ सभाएं कर प्राधिकरण पर किसानों से पहुंचने की अपील कर रहे हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it