मप्र में चलेगा ग्रीन गणेश अभियान
आगामी समय में कई बड़े उत्सव आने वाले हैं, इन आयोजनों में प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं, कई प्रतिमाएं पीओपी व रासायनिक रंगों का उपयोग कर बनाई जाती हैं

भोपाल। आगामी समय में कई बड़े उत्सव आने वाले हैं, इन आयोजनों में प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं, कई प्रतिमाएं पीओपी व रासायनिक रंगों का उपयोग कर बनाई जाती हैं, जब इन प्रतिमाओं को जलस्त्रोतों में विसर्जित किया जाता है तो पानी प्रदूषित होता है। जल प्रदूषित न हो और पर्यावरण पर असर न पड़े इस मकसद से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ग्रीन गणेश अभियान चलाया जाने वाला है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, एप्को द्वारा गणेश प्रतिमाओं के निर्माण के लिए चार से आठ सितम्बर ग्रीन गणेश अभियान चलाया जाने वाला है। इस अभियान के तहत प्रतिदिन दोपहर तीन से शाम छह बजे तक अरेरा कालोनी के पर्यावरण परिसर में गणेश प्रतिमा निर्माण का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बताया गया है कि शिविर में प्रतिभागियों को मिट्टी उपलब्ध करवाई जाएगी और वे अपने हाथों से गणेश प्रतिमा का निर्माण कर सकेंगे। प्रतिभागी प्रशिक्षकों की सहायता से निर्मित प्रतिमाओं को अपने साथ नि:शुल्क घर ले जा सकेंगे। शिविर में गणेश प्रतिमा को प्राकृतिक रंगों से सजावट की तकनीक भी सिखाई जाएगी। प्रतिभागी आगामी गणेश चतुर्थी पर पूजन के बाद प्रतिमा का विसर्जन घर पर ही कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि देश-प्रदेश में गणेश उत्सव हर साल धूम-धाम से मनाया जाता है। पिछले कई सालों से मिटटी की मूर्तियों के स्थान पर पीओपी की बनी मूर्तियों की स्थापना का प्रचलन हो गया है। पीओपी मूर्तियों के विसर्जन से नदी, तालाबों आदि का जल विशाक्त होता है। इससे पर्यावरणीय समस्याओं के साथ जलीय जीव-जन्तुओं के जीवन पर भी संकट उत्पन हो जाता है।


