Top
Begin typing your search above and press return to search.

सात बिल्डरों का आबंटन निरस्त करने का नोटिस जारी

ग्रेटर नोएडा ! भूखंड आबंटन के बाद बिल्डर प्राधिकरण को किश्त देने के लिए तैयार नहीं है। ज्यादातर बिल्डरों ने फ्लैट बुकिंग करने के बाद भी मौके पर निर्माण कार्य नहीं कर रहे हैं।

सात बिल्डरों का आबंटन निरस्त करने का नोटिस जारी
X

ग्रेटर नोएडा ! भूखंड आबंटन के बाद बिल्डर प्राधिकरण को किश्त देने के लिए तैयार नहीं है। ज्यादातर बिल्डरों ने फ्लैट बुकिंग करने के बाद भी मौके पर निर्माण कार्य नहीं कर रहे हैं।
प्राधिकरण ने ऐसे बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। ऐसे सात बिल्डरों को चिन्हित कर उनका आबंटन निरस्त करने का नोटिस जारी किया गया है। अगर 15 दिन के अंदर बिल्डरों ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया तो प्राधिकरण उनका आबंटन निरस्त कर देगा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में प्राधिकरण ने बिल्डर ग्रुप हाउसिंग योजना के तहत भूखंड आबंटित किया था। भूखंड आबंटित होने के बाद बिल्डर ने प्रोजेक्ट लांच कर फ्लैट की बुकिंग शुरू कर दी। फ्लैट बुक होने के बाद भी बिल्डरों ने प्राधिकरण के बकाया किश्त का भुगतान नहीं किया। सात ऐसे बिल्डर है जिनका तीन से ज्यादा किश्त बकाया है और कुछ बिल्डरों ने मौके पर निर्माण कार्य तक शुरू नहीं किया है। इनमें सेक्टर-12 में लोटस एसआरएस को पांच एकड़ भूखंड आबंटित किया गया है। तीन से ज्यादा किस्त बकाया होने पर लोटस बिल्डर को डिफाल्टर घोषित किया जा चुका है। उसने मौके पर निर्माण कार्य तक नहीं किया है। जबकि इस बिल्डरों ने फ्लैट बुक कर रखा है। इसी तरह इनचेंट इंफ्राटेक को सेक्टर-12 में तीन एकड़, एसएजी रियलटेक को सेक्टर-12 में साढ़े चार एकड़, शुभकामना विल्डवेल को सेक्टर-12 में सात एकड़, नोवल बिल्डर को सेक्टर दस में पांच एकड़, कायनेटिक विलटेक को सेक्टर-दस में पांच एकड़, श्री धारा को सेक्टर-दस में साढ़े आठ एकड़ भूखंड आबंटित किया गया है। इन सातों बिल्डरों को प्राधिकरण ने 2010 व 2011 में भूखंड आबंटित किया था। सातों बिल्डरों के यहां से एक हजार से ज्यादा लोगों ने फ्लैट बुक करा रखा है। बिल्डर निवेशकों से अभी किश्त ले रहे है। लेकिन उनका आबंटन रद्द होने के कगार पर पहुंच गया है। बिल्डर प्राधिकरण को किश्त का भुगतान करने की बात दूर रही मौके पर निर्माण कार्य तक नहीं किया है। बिल्डरों ने नई पॉलिसी का लाभ लेने के लिए पीएसपी के तहत आवेदन भी नहीं किया गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक अग्रवाल ने बताया कि सातों बिल्डरों को आबंटन निरस्त करने का नोटिस जारी किया गया है। बिल्डरों ने अगर 15 दिन के अंदर नोटिस का जवाब नहीं दिया तो उनका आबंटन निरस्त कर दिया गया है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it