बकाया राशि न जमा करने पर गंगाजल की सप्लाई रोकने की चेतावनी
गाजियाबाद ! टीएचए यूपी जल निगम ने जीडीए, नगर निगम और नोएडा अथॉरिटी को एक हफ्ते के अंदर गंगाजल की बकाया राशी जमा करने का अल्टीमेटम दिया है।

गाजियाबाद ! टीएचए यूपी जल निगम ने जीडीए, नगर निगम और नोएडा अथॉरिटी को एक हफ्ते के अंदर गंगाजल की बकाया राशी जमा करने का अल्टीमेटम दिया है। बकाया जमा नहीं करने पर इन विभागों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाकों में गंगाजल की सप्लाई रोक दी जाएगी।
यूपी जल निगम को इन सभी विभागों से कुल 28 करोड़ 12 लाख रुपए की बकाया राशि वसूलनी है। प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट के इंचार्ज आरके अग्रवाल ने बताया कि तीनों विभागों को बकाया राशि जमा करने के लिए कई बार लेटर भेजा जा चुका है। इसके बावजूद जमा नहीं की जा रही है। इस वजह से अब जल विभाग की ओर से गंगाजल सप्लाई बंद करने की चेतावनी जारी की गई है।
उधर नगर निगम के जलकल विभाग के एग्जेक्यूटिव इंजीनियर आरके यादव का कहना है कि वह अप्रैल में नगर निगम को 50 लाख की जमा करेंगे। वहीं, जीडीए के एग्जेक्यूटिव इंजीनियर चक्रेश जैन ने इस मसले पर अपना स्टेटमेंट देने से मना कर दिया है। बता दें कि इंदिरापुरम में होने वाली गंगाजल सप्लाई की जमा जीडीए करता है। वहीं वसुंधरा जोन में नगर निगम के जलकल विभाग की ओर से गंगाजल की पेमेंट दी जाती है। गर्मी के सीजन में अगर गंगाजल सप्लाई रुक जाती है तो इंदिरापुरम, वसुंधरा और नोएडा में लोगों को भयंकर जलसंकट झेलना पड़ सकता है।
प्लांट के खर्चे बने सिरदर्द प्लांट इंचार्ज आरके अग्रवाल ने बताया कि हर महीने गंगाजल प्लांट की ओर से करीब 35 लाख रुपए का बिजली बिल जमा किया जाता है।
इसके अलावा पानी को साफ करने के लिए एलम, क्लोरिन और लेबर चार्ज का मासिक खर्च भी 4 से 5 लाख रुपये के बीच होता है। अथॉरिटीज और नगर निगम की ओर से समय से जमा न करने की वजह से प्लांट के सारे कार्य प्रभावित हो रहे हैं। किस पर कितना बकाया विभाग बकाया राशी टाइम पीरियड गंगाजल सप्लाई (प्रतिदिन) नगर निगम 13.69 करोड़ पांच साल 23 क्यूसेक नोएडा अथॉरिटी 13.49 करोड़ एक साल 65 क्यूसेकजीडीए 94 लाख एक साल 12 क्यूसेक।


