बिसाहड़ा कांड में फॉरेंसिकरिपोर्ट पर उठे सवाल पर हुई सुनवाई
ग्रेटर नोएडा ! बिसाहड़ा कांड को लेकर अभियोजन पक्ष व बचाव पक्ष के बीच कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें दोनों पक्षों की दलीलें सुनी गई।

ग्रेटर नोएडा ! बिसाहड़ा कांड को लेकर अभियोजन पक्ष व बचाव पक्ष के बीच कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें दोनों पक्षों की दलीलें सुनी गई। बिसाहड़ा कांड मामले में बचाव पक्ष ने अखलाक पक्ष से पूछा है कि आगरा की फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट पर विश्वास है या नहीं। बचाव पक्ष के इस सवाल का जवाब में अभियोजन पक्ष ने भी अपना पक्ष रखा। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुना। वहीं अभियोजन पक्ष ने भी केस में अखलाक व दानिश की मेडिकल रिपोर्ट को शामिल करने की मांग की है।
अभियोजन पक्ष को सुनने के बाद कोर्ट ने अगली तारीख दो मई तय की है। आगरा की फॉरेंसिक लैब रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई थी कि अखलाक के घर से मिला मांस गोवंश था। इसके बाद अखलाक पक्ष ने लैब की रिपोर्ट को कोर्ट में चुनौती देने की बात कही थी। वहीं तत्कालीन अखिलेश सरकार ने भी प्रदेश सरकार की इकाई फॉरेंसिक लैब पर सवाल खड़े किए थे। उस दौरान प्रदेश में सपा सरकार थी। जेल में बंद युवकों पर चार्ज फे्रम को लेकर बुधवार को सुनवाई नहीं हो सकी। उल्लेखनीय है कि बिसाहड़ा गांव में 28 सितंबर 2015 की रात गोहत्या की सूचना पर अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी और उसके बेटे दानिश को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया गया था। घटना के बाद गांव के 18 युवकों को जेल भेजा गया था। जिसमें से छह युवकों को जमानत मिल चुकी है और एक युवक रबि की न्यायिक हिरासत में मौत हो गई थी। गांव के 11 युवक अभी भी जेल में बंद है। युवकों पर चार्ज फे्रम को लेकर सुनवाई होनी थी। इससे पहले ही बचाव पक्ष ने अखलाक पक्ष से पूछ लिया है कि उनको लैब की रिपोर्ट पर विश्वास है या नहीं।
बुधवार को अभियोजन पक्ष व बचाव पक्ष में बहस होने के बाद कोर्ट ने दो मई अगली तारीख तय की है। दो मई को इस संबंध में कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा।


