सत्ता बदलने पर बिल्डरों पर शिकंजा कसना शुरू
ग्रेटर नोएडा ! करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले बिल्डर सहित दो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, बिल्डर पर एक ही फ्लैट को कई लोगों को बेच कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है।

ग्रेटर नोएडा ! करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले बिल्डर सहित दो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, बिल्डर पर एक ही फ्लैट को कई लोगों को बेच कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है।
फ्लैट मालिक ने 6 महीने पहले सूरजपुर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन सपा सरकार में रसूख के चलते पुलिस बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही थी। आरोप है कि सत्ता तक बिल्डर की पहुंच के आगे पुलिस भी नत मस्तक थी। सोसायटी में धरना दे रहे फ्लैट ओनर्स के साथ बिल्डर के बाउंसरों पर मारपीट की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी। साथ ही बिल्डर के खिलाफ परीचौक पर प्रदर्शन करने पर फ्लैट ओनर्स पर पुलिस ने लाठी चार्ज करके महिलाओं समेत कई लोगों को घायल कर दिया था। सेक्टर जीटा-1 सेक्टर में एवीजे हाइट्स सोसायटी है, जिसमें करीब 400 फ्लैट बने हैं। फ्लैट मालिकों ने सितंबर 2016 में आरोप लगाया था कि बिल्डर ने एक ही फ्लैट को कई लोगों को बेच दिया है और सभी अपना-अपना अधिकार जता रहे हैं। साथ ही बिल्डर ने एक ही फ्लैट पर कई बैंकों से लोन भी ले लिया है और बैंकों ने किश्त जमा न करने पर सोसायटी में नोटिस चस्पा कर दिया है। बिल्डर पर 22 करोड़ रुपए का चूना लगाने का आरोप लगा है। इस संबंध में फ्लैट मालिक डीके. चौधरी ने सूरजपुर कोतवाली में सितंबर 2016 में बिल्डर विनय जैन, विनय जैन के बहनोई विपिन अग्रवाल व उनकी पत्नी सहित 10 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा कर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन आरोपी बिल्डर को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। सूरजपुर कोतवाली के एसएचओ अनुज कुमार ने बताया कि दिल्ली में रहने वाले आरोपी बिल्डर विनय जैन और विपिन अग्रवाल सहित अन्य आरोपी फरार चल रहे थे। गुरुवार को विनय जैन और विपिन अग्रवाल को एवीजे सोसायटी में आने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। अभी विनय जैन की पत्नी समेत 8 लोग फरार हैं। इनकी तलाश की जा रही है। एवीजे हाइट्स के फ्लैट मालिकों का आरोप है कि बिल्डर की सपा सरकार में तूती बोलती थी। सितंबर 2016 में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद कई बार बिल्डर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर फ्लैट ओनर्स सोसायटी में धरना दे चुके हैं। धरने के दौरान बिल्डर के बाउंसरों ने फ्लैट ओनर्स के साथ मारपीट भी की थी। इसकी रिपोर्ट भी दर्ज है। फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
इसके बाद 15 सितंबर 2016 को मांगों को लेकर फ्लैट ओनर्स परीचौक पर प्रदर्शन किए थे और पुलिस ने सडक़ पर जाम लगाने का आरोप लगाते हुए उन पर लाठी चार्ज कर दिया था। इस लाठी चार्ज में महिलाओं समेत कई लोग घायल हो गए थे।


