सौर ऊर्जा से जगमगाएंगे गुरुद्वारे
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रदूषण की समस्या से निपटने तथा पर्यावरण के संरक्षण को लेकर जन जागरूकता पैदा करने के लिए गुरुद्वारों मे सौर ऊर्जा परियोजनाएं लगाने की नयी पहल की है

नयी दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रदूषण की समस्या से निपटने तथा पर्यावरण के संरक्षण को लेकर जन जागरूकता पैदा करने के लिए गुरुद्वारों मे सौर ऊर्जा परियोजनाएं लगाने की नयी पहल की है जिसकी आधारशिला केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह अगले हफ्ते रखेंगे।
कमेटी के अध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह ने आज यहां बताया कि इस अभिनव योजना की आधारशिला सिंह अगले हफ्ते गुरुद्वारा बंगला साहिब में रखेंगे। शुरूआत में राष्ट्रीय राजधानी के तीन ऐतिहासिक गुरुद्वारों गुरुद्वारा बंगला साहिब, गुरुद्वारा रकाब गंज और गुरुद्वारा नानक प्याऊ में हरित ऊर्जा की आपूर्ति के लिए एक मेगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाये जाएंगे और मार्च तक ये हरित ऊर्जा से जगमगाने लगेंगे। इनसे न सिर्फ गुरुद्वारों की बिजली संबंधी जरूरतें पूरी होंगी बल्कि वायुमंडल में कार्बन डाई आक्साइड का उत्सर्जन भी कम होगा।
उन्होंने बताया कि फोटोवोल्टिक प्रणाली से चलने वाली यह ऊर्जा प्रणाली तीनों गुरुद्वारों की छतों पर स्थापित 3125 सौर पैनलों से बिजली पैदा करेगी। इनसे उत्पादित बिजली निजी डिस्काॅम से खरीदी जाने वाली बिजली से सस्ती होगी जिससे प्रति वर्ष 60 लाख रुपये की बचत होगी। इन गुरुद्वारों में प्रतिदिन क्रमशः 300 किलोवाट, 500 किलोवाट और 200 किलोवाट सौर बिजली पैदा होगी तथा 1300 टन कार्बन डाई आक्साइड उत्सर्जन कम होगा।
सरदार मंजीत सिंह ने बताया कि ये परियोजनाएं नवीन एवं नवीकरणीय मंत्रालय के तहत आने वाले भारतीय सौर ऊर्जा निगम के पैनल में शामिल कंपनी एसइईएल के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है जिसका चयन खुली राष्ट्रीय निविदा के आधार पर देश की 50 प्रमुख कंपनियों में से न्यूनतम दरों के आधार पर किया गया है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली के अन्य गुरुद्वारों तथा सिख संस्थाओ में भी सौर ऊर्जा की परियोजनाएं लगायी जाएंगी और उनकी क्षमता बढ़ाकर दो मेगावाट की जाएगी।
कमेटी ने अक्षय ऊर्जा को बढावा देने के लिए मई 2017 में अक्षय ऊर्जा इकाई की स्थापना की है। इस इकाई के प्रमुख सरदार हरजीत सिंह ने बताया कि गुरुद्वारों में बायोगैस परियोजाएं, लंगर कचरा प्रबंधन और जलसंरक्षण परियोजनाएं सफलतापूर्वक लागू की जा रहीं है।
अक्षय ऊर्जा की परियोजनाएं सिखों के सातवें गुरु हर राय जी के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में लागू की जा रहीं हैं जिन्होंने पर्यावरण की रक्षा का संदेश दिया था। समुदाय और समाज के लोगों को पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते हर वर्ष ।4 मार्च को सिख पर्यावरण दिवस मनाया।


