चेन्नई : गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री एक साथ नजर आए
तमिलनाडु विधानसभा में हंगामे के बाद राज्यपाल आर.एन. रवि एवं मुख्यमंत्री एम के स्टालिन गुरुवार को 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में दोनों एक मंच पर साथ नजर आए

चेन्नई। तमिलनाडु विधानसभा में हंगामे के बाद राज्यपाल आर.एन. रवि एवं मुख्यमंत्री एम के स्टालिन गुरुवार को 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में दोनों एक मंच पर साथ नजर आए।
श्री रवि ने विधानसभा परिसर तब छोड़ा जब श्री स्टालिन ने तैयार पाठ को बनाए रखने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया, जिसे राजभवन द्वारा अनुमोदित किया गया था और विधानसभा के रिकॉर्ड में विधायकों को परिचालित किया गया था। लेकिन राज्यपाल द्वारा संबोधन में उन्होंने नेताओं के अंबेडकर और डीएमके का द्रविड़ियन मॉडल ऑफ गवर्नेंस जैसे कुछ संदर्भों को छोड़ दिया था।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने नौ जनवरी को विधानसभा गतिरोध के बाद पहली बार एक मंच साझा किया।
श्री रवि गणतंत्र दिवस के लिए राष्ट्रीय ध्वज फहराने आए तो श्री स्टालिन ने फूलों का गुलदस्ता देकर उनकी अगवानी की और दोनों को आस पास में बैठे देखा गया। श्री स्टालिन ने श्री रवि का सेना, नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक बल और तमिलनाडु पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से परिचय कराया। दोनों नेता मरीना बीच पर गणतंत्र दिवस की परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के गवाह बने।
श्री स्टालिन 12 जनवरी को राजभवन में पोंगल उत्सव समारोह में शामिल नहीं हुए थे, लेकिन राजभवन में राज्यपाल द्वारा आयोजित 'एट होम' स्वागत समारोह में भाग लिया लगभग 90 मिनट के कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे।


