सरकार युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वाले व्यक्ति को दिलवायेगी सख्त सजा : गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सरकार युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वाले व्यक्ति को सख्त सजा दिलवाना सुनिश्चित करेगी

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सरकार युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वाले व्यक्ति को सख्त सजा दिलवाना सुनिश्चित करेगी। श्री गहलोत ने एसओजी द्वारा सेकंड ग्रेड टीचर पेपर लीक के मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्य बाबूलाल कटारा सहित तीन आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद आज यह बात कही।
उन्होंने कहा कि युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वाला किसी भी स्तर का व्यक्ति हो, सरकार उसे सख्त से सख्त सजा दिलवाना सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि सेकंड ग्रेड टीचर पेपर लीक के मामले में आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा एवं अन्य दो आरोपियों को एसओजी ने हिरासत में लिया है। उल्लेखनीय है कि एसओजी ने उदयपुर के बेकरिया थाने में दर्ज अभियोग के तहत आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा, आरपीएससी में चालक गोपाल सिंह तथा बाबू लाल कटारा के भांजे विजय कटारा को निरुद्ध किया गया है। तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है। इनसे प्रश्न पत्र आरपीएससी सदस्य द्वारा किस तरह अभियुक्त शेर सिंह को दिया गया, इस बारे में पूछताछ की जा रही है।
सड़क निर्माण के लिए 79.76 करोड़ रुपए की स्वीकृति
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विभिन्न जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण कार्यों के लिए 79.76 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। श्री गहलोत ने जयपुर, भरतपुर, बाड़मेर, राजसमंद, सिरोही और श्रीगंगानगर जिलों में 75 सड़कों के निर्माण कार्यों के लिए यह स्वीकृति दी है। उल्लेखनीय है कि श्री गहलोत ने बजट में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण, सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने एवं अन्य आधारभूत कार्य करवाए जाने की घोषणा की थी।
जिले की 12 सरकारी स्कूलों को मिलेगा नया लुक
राजस्थान में झुंझुनू जिले के सरकारी स्कूलों की सूरत बदलने वाली है। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने पीएमश्री योजना में राज्य में चयनित 402 सरकारी स्कूलों की सूची जारी की है। सूची में झुंझुनू जिले के 12 स्कूलों का चयन हुआ है। पीएमश्री योजना में चयनित प्रत्येक स्कूलों में 2 करोड़ रुपए के भौतिक विकास कार्य होंगे। इन स्कूल को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित कर आदर्श स्कूल बनाए जाएंगे। इनकी निगरानी केंद्र एवं राज्य सरकार जिओ टेगिंग के माध्यम से की जाएगी।
इन विद्यालयों का चयन 60 मानकों के आधार पर तीन चरणों में ब्लॉक, जिला व राज्य स्तरीय चयन समिति की ओर से किए गए निरीक्षण के बाद किया गया।
प्रधानमंत्री ने पुराने स्कूलों को एक नया स्वरुप देने एवं बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ने के लिए एक नई पीएमश्री योजना शुरू की थी जिसकी घोषणा 5 सितम्बर को 2022 को की गयी थी। पीएमश्री योजना के तहत स्कूलों में भौतिक विकास के साथ-साथ स्मार्ट क्लास, स्मार्ट लाइब्रेरी, दिव्यांग कक्ष, आधुनिक शौचालय, स्वच्छ पेयजल, कंप्यूटर लैब, प्ले ग्राउंड व खेल उपकरण आदि हाईटेक सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही स्कूलों में नई शिक्षा नीति 2020 की पालना में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत विद्या समीक्षा केंद्र बनाकर गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा भी मिल सकेगी। पीएम श्री योजना के तहत इन स्कूलों में खास कार्य होंगे। निजी स्कूल की तर्ज पर डेवलप किया जाएगा। स्कूलों में खेल- खेल में पढ़ाई के साथ-साथ डिजिटल सुविधाएं भी दी जाएगी।


