सरकारी नौकरी में देश की सेवा करने की दृष्टि होनी चाहिए: नाईक
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से आज भारतीय विदेश सेवा 2017 बैच के सात प्रशिक्षु अधिकारियों ने आज यहां इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत शिष्टाचारिक भेंट की।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से आज भारतीय विदेश सेवा 2017 बैच के सात प्रशिक्षु अधिकारियों ने आज यहां इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत शिष्टाचारिक भेंट की।
राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत का चित्र विदेशों में भारतीय विदेश सेवा के अधिकारियों के प्रदर्शन के आधार पर बनता है। सरकारी नौकरी में देश की सेवा करने की दृष्टि होनी चाहिए। विदेश सेवा से जुड़े अधिकारी का मुख्य कार्य परस्पर सम्पर्क और समन्वय करना होता है।
उन्होंने कहा कि देश में उद्योग बढ़ाने के लिए छोटी-छोटी बातों का भी विशेष महत्व होता है। विदेश सेवा के अधिकारी समय पर जानकारी प्राप्त करके देश को उससे अवगत कराये। भविष्य की संभावना की दृष्टि से कुछ नया करने पर विचार करें। लोगों को भी नजर आना चाहिए कि आप कुछ विशेष कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि देश का चित्र विदेश में कैसे रखेंगे यह अधिकारियों की कुशलता पर निर्भर होता है।
नाईक ने उत्तर प्रदेश की विशेषता बताते हुए कहा कि 22 करोड़ की आबादी वाला प्रदेश आबादी के लिहाज से विश्व के केवल तीन देशों से छोटा है। राजनैतिक दृष्टि से उत्तर प्रदेश का अपना महत्व है क्योंकि प्रदेश ने अब तक देश को वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित नौ प्रधानमंत्री दिये हैं।


