सरकारी स्कूलों की बदली तस्वीर : केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मयूर विहार फेज-2 और वेस्ट विनोद नगर में स्विमिंग पूल का उद्घाटन करते हुए अपनी सरकार की जमकर पीठ थपथपाई और कहा कि इन स्कूलों को देख के विश्वास नहीं होता

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मयूर विहार फेज-2 और वेस्ट विनोद नगर में स्विमिंग पूल का उद्घाटन करते हुए अपनी सरकार की जमकर पीठ थपथपाई और कहा कि इन स्कूलों को देख के विश्वास नहीं होता कि ये सरकारी स्कूल है। दिल्ली के सरकारी स्कूल बदल रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि पूरे देश के अंदर इस तरह का सरकारी स्कूल आपको मिलेगा।
जब हम आंदोलन करते थे एनजीओ चलाते थे तब से अब तक बदलाव देखने को मिल रहा है कि इन बच्चों के अंदर आत्मविश्वास बढ़ा है वे कहते हैं कि अब हम कुछ कर सकते हैं। पहले बच्चे सोचते थे कि सरकारी स्कूल में पढ़ता हंू प्राइवेट में पढ़ना है लेकिन आज सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने का गर्व होता है। उन्होंने कहा कि इन्ही सरकारी स्कूलों से पिछले साल 350 बच्चों ने आईआईटी की परीक्षा पास की थी मैं भी आईआईटी से हूं। उन्होंने कहा कि 70 साल तक हमारे देश मे 2 तरह की शिक्षा प्रणाली थी, पैसा है तो प्राइवेट स्कूल भेज सकते थे नहीं है तो सरकारी, लेकिन हमारी तीन साल की ईमानदार सरकार ने दिखाया कि दिल्ली के सरकारी स्कूल बदल सकते हैं।
असली राष्ट्रनिर्माण यही है सिर्फ नारों से विकास नहीं होगा। दिल्ली सरकार 12 हजार करोड़ रुपए इन बच्चों की शिक्षा पर खर्च कर देश के भविष्य का निर्माण कर रही है। 12वी क्लास तक शिक्षा फ्री, सरकारी स्कूल ऐसे किए की अमीर आदमी भी सरकारी में पढ़ते हैं, पहले प्राइवेट स्कूल में दाखिले की सिफारिश आती थी आज सरकारी के लिए आती है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि कालेज में शिक्षा के लिए दिल्ली सरकार 10 लाख रुपए तक का लोन देती है। पहले लोन के लिए बैंक जाने पर बैंक वाले गिरवी रखवाकर लोन देते थे। 5000 हजार करोड़ का लोन देने पर कुछ गिरवी नहीं रखना होता है। बच्चे की पढ़ाई पूरी होने के एक दो साल बाद 15 साल तक में वापस करना है। ये जो लोन की स्कीम है वो सिर्फ गरीबों के लिए नहीं बल्कि स्वाभिमानी बच्चों के लिए भी है जो अपने दम पर कुछ करना चाहते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि 12 के बाद के लिए विवेक विहार में स्किल सेंटर खोला था जहां लगभग सभी बच्चों को नौकरी मिली और अब तीन स्किल सेंटरऔर खोल रहे हैं। पूरे देश के अंदर दिल्ली सरकार की शिक्षा का मॉडल लागू करना चाहिए। ये स्विमिंग पूल का उद्घाटन नहीं बल्कि नई शिक्षा प्रणाली का उल्घाटन है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे कार्यकलापों का ब्यौरा दिया।


