कालाधन छिपाने में लगी है सरकार: स्वराज अभियान
स्वराज अभियान और स्वराज इंडिया ने मोदी सरकार के 'कालाधन विरोधी दिवस को देश की जनता के साथ क्रूर मजाक करार देते हुए आज आरोप लगाया

नई दिल्ली। स्वराज अभियान और स्वराज इंडिया ने मोदी सरकार के 'कालाधन विरोधी दिवस को देश की जनता के साथ क्रूर मजाक करार देते हुए आज आरोप लगाया कि सरकार कालाधन रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय इसे छिपाने में लगी है ।
स्वराज अभियान के अध्यक्ष प्रशांत भूषण और स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने यहां आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि मोदी सरकार उन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही जिनके खिलाफ काला धन रखने का पुख्ता सबूत है उल्टा वह इन लोगों को पुरस्कृत कर रही है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी का एक वर्ष पूरा होने पर सरकार की ओर से आठ नवंबर को मनाया जाने वाला कालाधन विरोधी दिवस सबसे बड़ा पाखंड है और जनता के साथ क्रूर मजाक है। दोनों ने अडानी पावर , एस्सार , मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी की कंपनियों तथा स्टर्लिंग बायोटेक का कच्चा -चिट्ठा पेश करते हुए आरोप लगाया कि इनके खिलाफ हजारों करोड़ों रूपयों की हेराफेरी के पुख्ता सबूत हैं इसके बावजूद सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारी राकेश अस्थाना का नाम उस डायरी में आया है जिसमें गुजरात की एक कंपनी से पैसे लेने वालों का जिक्र है। इसके बावजूद सरकार ने उन्हें सीबीआई का विशेष निदेशक बना दिया ।


