20 हज़ार करोड़ से अधिक बैंक घोटाले के बाद सरकार सोने का बहाना करती रही: मायावती
मायावती ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुये कहा कि उनकी नाक के नीचे 20 हजार करोड़ रूपये से अधिक का बैंक घोटाला हो गया

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुये कहा कि उनकी नाक के नीचे 20 हजार करोड़ रूपये से अधिक का बैंक घोटाला हो गया और सरकार सोती रही।
मायावती ने आज यहां जारी बयान में कहा कि 20 हज़ार करोड़ रूपये से अधिक का बैंक घोटाला होने के बाद सरकार सोने का बहाना करती रही। उन्होने कहा कि मोदी द्वारा देश को दिये गये उस आश्वासन का क्या हुआ कि जिसमें कहा गया था ‘ना खायेंगे और ना खाने देंगे।’ जनधन योजना के तहत करोड़ों ग़रीबों तथा मेहनतकश लोगों की गाढ़ी कमाई उद्योगपतियों तथा धन्नासेंठों को गबन करने के लिये ही सरकारी बैंकों में जमा कराया गया था।
उन्होने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने देश की जनता को आश्वासन दिया था कि विदेशों में जमा कालाधन वापस लाया जायेगा। गरीब परिवारों के खाते में 15 से 20 लाख रूपये डाले जायेगे। जनता को समझ में आ गया है कि यह सरकार सिर्फ जुमलेबाजी करती है। सरकार के पास जनता की भलाई के लिये कोई योजना नही है। उद्योगपति देश के धन को लूटकर धन्नासेठ बनते जा रहे है।
मायावती ने सरकार पर अलोकतांत्रिक तरीके से काम करने का आरोप लगाते हुये कहा कि विपक्षी दलों को डराने के लिये ई.डी., सी.बी.आई. तथा आयकर विभाग का खुलकर दुरूपयोग कर रही है। देश का गरीब, किसान तथा बेरोजगार युवक दो जून की रोटी के लिये मोहताज है।
उन्होने कहा कि सी.बी.आई के अनुसार ज्यादातर घोटाले वर्ष 2017-18 हुये है। सरकार को ज़िम्मेदारी के साथ दोषियों के ख़िलाफ सख़्त कार्रवाई करनी चाहिये ताकि बैंकिंग व्यवस्था में जनता का विश्वास बहाल हो सके।
मायावती ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार में सरकारी व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। भाजपा अपनी विफलता पर से लोगों का ध्यान बांटने के लिये ही धार्मिक मुद्दे तथा साम्प्रदायिक उन्माद फैला रही है।


