गोरखपुर महोत्सव मृत बच्चों की आत्मा का अपमान : राकांपा
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 11 से 13 जनवरी तक आयोजित होने वाले गोरखपुर महोत्सव के लिए शासन की तरफ से लाखों रुपये स्वीकृत किए जाने की घोर आलोचना की है

लखनऊ। योगी सरकार पर निशाना साधते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 11 से 13 जनवरी तक आयोजित होने वाले गोरखपुर महोत्सव के लिए शासन की तरफ से लाखों रुपये स्वीकृत किए जाने की घोर आलोचना की है। राकांपा ने योगी सरकार के इस कदम की कड़ी मुखालफत करते हुए इसे एक 'बेशर्म सरकार' का बेहद गैरजिम्मेदाराना और अमानवीय कृत्य बताया है।
पार्टी ने योगी सरकार के इस फैसले को पिछले दिनों गोरखपुर स्थित बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में अगस्त के महीने में 290 बच्चों की मौत पर जश्न जैसा करार दिया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रमेश दीक्षित ने आईपीएन से बातचीत में कहा कि पिछले कई सालों से योगी गोरखपुर के सांसद है और वर्तमान में मुख्यमंत्री भी, पर वहां पर जेई (जापानी इंसेफेलाइटिस) और पिछले दिनों बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में बच्चों की हुई मौत पर कोई कारगार कदम न उठा कर, सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च कर महोत्सव रचाया जा रहा है।
दीक्षित ने इसको सैफई महोत्सव से मुकाबले की तैयारी करार दिया जहां मुंबई दिल्ली के कलाकार मृत बच्चों की मौत का जश्न मनाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश कंगाली की ओर है, आलू किसान, गन्ना किसान तबाह हो रहा है जरूरी कामों के लिए पैसे नहीं है। कड़ाके की सर्दी में प्रदेश में अलाव और बच्चों के स्वेटर के लिए सरकार का खजाना खाली है।
उन्होंने कहा कि सैफई महोत्सव से भी आलीशान जलसा रचाने की योजना खाली खजाने पर बोझ है। योगी सरकार ने सातवें वेतन आयोग का एरियर भुगतान तक टाल दिया है, प्रदेश में करों की वसूली भी घटी है। ऐसे में महोत्सव पर हो रहा इतना बड़ा खर्च फिजूल खर्च है।


