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अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्याज दर बढ़ने से सोने की चमक फीकी पड़ी

अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि करने से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की चमक फीकी पड़ गई

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्याज दर बढ़ने से सोने की चमक फीकी पड़ी
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नई दिल्ली। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि करने से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की चमक फीकी पड़ गई है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट के बाद भारतीय वायदा बाजार में भी गुरुवार को सोने और चांदी के भाव में नरमी का रुख देखा जा रहा है।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर शुरुआती कारोबार में पूर्वाह्न् 10:34 बजे सोने के फरवरी एक्सपायरी अनुबंध में 95 रुपये यानी 0.30 फीसदी की कमजोरी के साथ 31,132 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था।

वहीं, एमसीएक्स पर चांदी के मार्च डिलीवरी वायदा सौदे में 343 रुपये यानी 0.91 फीसदी की गिरावट के साथ 37,336 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार चल रहा था। केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगी धातुओं की कीमतों में आई गिरावट के कारण घरेलू वायदा बाजार में सोने व चांदी के भाव में नरमी आई है।

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने का फरवरी डिलीवरी वायदा अनुबंध 8.25 डॉलर यानी 0.66 फीसदी की कमजोरी के साथ 1,248.15 डॉलर प्रति औंस पर बना हुआ था। वहीं, चांदी का मार्च अनुबंध 1.25 फीसदी की कमजोरी के साथ 14.63 डॉलर प्रति औंस पर बना हुआ था।

केडिया ने कहा कि सोने और चांदी के भाव में आई गिरावट फेड द्वारा ब्याज दर में बढ़ोतरी से प्रेरित है। फेड ने बुधवार को ब्याज दर में 0.25 आधार अंकों की वृद्धि के साथ ब्याज दर 2.25 फीसदी से 2.50 फीसदी के रेंज में कर दिया, जिससे अमेरिकी डॉलर में मजबूती आई। अमेरिकी डॉलर में मजबूती आने से सोने और चांदी जैसी महंगी धातुओं की निवेश मांग में कमजोरी आने की उम्मीदों से कीमतों पर दबाव आया।

हालांकि केडिया ने कहा कि फेड द्वारा अगले साल ब्याज दरों में सिर्फ दो बार बढ़ोतरी के संकेत दिए गए हैं जबकि इससे पहले तीन बार ब्याज दर बढ़ाने की बात चल रही थी। इसलिए डॉलर में दोबारा कमजोरी आ गई है जिससे सोने और चांदी के भाव में रिकवरी की संभावना है। फेड ने इस वर्ष चार बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है।


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