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'दिल, विचार और सम्मान से खेलें,' डॉ. मनसुख मंडाविया ने किया चेस विश्व कप का उद्घाटन

केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने फिडे विश्व कप 2025 का उद्घाटन किया

दिल, विचार और सम्मान से खेलें, डॉ. मनसुख मंडाविया ने किया चेस विश्व कप का उद्घाटन
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गोवा। केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने फिडे विश्व कप 2025 का उद्घाटन किया। खेल मंत्री ने विश्व कप में हिस्सा ले रहे दुनिया के तमाम खिलाड़ियों से दिल, दिमाग और सम्मान के साथ खेलने की अपील की। चेस का ये वैश्विक महाकुंभ गोवा में 30 अक्टूबर से 27 नवंबर तक खेला जाएगा।

इस अवसर पर डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा, "यह अवसर न सिर्फ गोवा और भारत के लिए ऐतिहासिक है, बल्कि चेस की पूरी दुनिया के लिए गौरवपूर्ण है। 23 साल बाद भारत के लिए चेस विश्व कप की मेजबानी करना बड़े अवसर की तरह है। आखिरी बार 2002 में हमने चेस विश्व कप का आयोजन किया था। उस समय हमारे देश में 10 ग्रैंड मास्टर थे। मौजूद समय में ग्रैंडमास्टर्स की संख्या 88 है और लगातार बढ़ रही है। भारत अब चेस में एक सुपरपावर है। विश्वनाथन आनंद ने जिस गौरवशाली परंपरा को शुरू किया उसे युवा बेहतर तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं। खेल मंत्री होने के नाते मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि विश्व कप में भारत के तीन शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "विश्व कप में 80 से अधिक देशों के 206 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। सभी खिलाड़ी अपने देश के लिए सम्मान जीतने के इरादे से आए हैं। यह मंच गांव से लेकर मेट्रो शहरों से संबंध रखने वाले खिलाड़ियों को अपनी क्षमता प्रदर्शित करने के एक बड़े अवसर की तरह है।"

खेल मंत्री ने कहा, "यह नया भारत है, जो न सिर्फ मैदान पर जीतना जानता है, बल्कि दिमाग को भी जीतना जानता है। खेल हमारे लिए सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं है, बल्कि हमारा चरित्र और गुण है। जब भी कोई भारतीय चेस मुकाबले में बैठता है, तो वह उसके लिए सिर्फ मुकाबला नहीं होता। वह देशवासियों की उम्मीदों और विश्वास का प्रतिनिधित्व कर रहा होता है।"

उन्होंने कहा, "गोवा अपनी सांस्कृतिक विरासत और आतिथ्य के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। यहां आयोजित फिडे विश्व कप सिर्फ एक प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि भारत की बौद्धिक क्षमता, सांस्कृतिक विरासत, रणनीति, विचार और बुद्धिमता का संकेत है। इस आयोजन के माध्यम से भारत दुनिया को यह संदेश दे रहा है कि हम सिर्फ तकनीक, अर्थव्यवस्था और डिफेंस में नेतृत्व नहीं कर रहे, बल्कि हम खेल के क्षेत्र में भी दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें उन अनगिनत लोगों का योगदान है, जो भारत को एक पूर्ण क्षमतावान राष्ट्र के रूप में देखते हैं।"

अपने संबोधन के अंत में मंडाविया ने कहा, "मैं विश्व कप में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों से कहना चाहूंगा कि आपकी हर चाल आपके भविष्य को तय करेगी। इसलिए दिल, विचार और सबसे अहम सम्मान के साथ खेलिए। आयोजन के लिए फिडे, ऑल इंडिया चेस फेडरेशन, गोवा सरकार और आयोजन में हिस्सा लेने वाले हर व्यक्ति को मैं धन्यवाद देता हूं।"


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