गोवा कांग्रेस प्रमुख का आरोप, भाजपा मतगणना से पहले हमारे उम्मीदवारों को लुभाने में लगी है
गोवा में कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को निवर्तमान भाजपा नीत गठबंधन सरकार के मंत्रियों पर आरोप लगाया कि वे 10 मार्च को होने वाली मतगणना से पहले राज्य में उनके उम्मीदवारों को प्रलोभन देकर लुभाने की कोशिश कर रहे हैं

पणजी। गोवा में कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को निवर्तमान भाजपा नीत गठबंधन सरकार के मंत्रियों पर आरोप लगाया कि वे 10 मार्च को होने वाली मतगणना से पहले राज्य में उनके उम्मीदवारों को प्रलोभन देकर लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। गोवा में 14 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब 10 मार्च को नजीतों की घोषणा होनी है।
पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने कहा कि अगर वे (कांग्रेस उम्मीदवार) औपचारिक रूप से चुने जाने के बाद भाजपा में जाने या दलबदल करने का फैसला करते हैं तो ऐसे कांग्रेस विधायकों को मतदाताओं के गुस्से से कोई नहीं बचा पाएगा।
उन्होंने कहा, "वे, विश्वजीत (स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे), मौविन (परिवहन मंत्री मौविन गोदिन्हो) और (मुख्यमंत्री) प्रमोद सावंत व उनके दलालों ने हमारे उम्मीदवारों को प्रस्ताव देना शुरू कर दिया है। हम सार्वजनिक रूप से चेतावनी दे रहे हैं, यह एक नई कांग्रेस है। अगर इस तरह के प्रयास जारी रहे तो कोई भी कार्यकर्ता चुप बैठने वाला नहीं है।"
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, "हम कदम उठाने के लिए तैयार हैं और यह एक चेतावनी है। लोगों को हल्के में न लें। अगर कोई विधायक भाजपा को सत्ता में वापस लाने की कोशिश करता है तो उस विधायक का क्या होगा? उसे तो कोई भी नहीं बचा पाएगा।"
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा खेमे में मतभेदों का भी आरोप लगाया और दावा किया कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर उसके खेमे में अंदरूनी कलह छिड़ गई है।
चोडनकर ने कहा, "मौविन मुख्यमंत्री बनने की बात कहकर बाहर जा रहे हैं। राणे कहते हैं कि वह मुख्यमंत्री होंगे और लोगों से संपर्क कर रहे हैं।"
चोडनकर ने आगे कहा, "गोवा के लोग चुप नहीं रहेंगे। यह पूरा चुनाव दलबदल के बारे में था। वे जिम्मेदार होंगे और उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि यह एक नई कांग्रेस है और हमारा कैडर चुप नहीं रहेगा और न ही गोवा के लोग चुप रहेंगे।"
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद भाजपा चुनाव के बाद गठबंधन कर सरकार बनाने में कामयाब रही थी।
साल 2017-22 के बीच 17 में से 15 कांग्रेस विधायक अन्य दलों में चले गए, जिनमें से अधिकांश सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे।
गोवा में भाजपा ने सभी 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा है, जबकि कांग्रेस ने 40 विधानसभा सीटों में से 37 पर चुनाव लड़ा है।


