देश के विकास में कांग्रेस के योगदान का रहा गौरवशाली इतिहास: कमलनाथ
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस के 134 वें स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा है कि कांग्रेस की स्थापना के बाद से ही भारत की आज़ादी के संघर्ष से लेकर देश के विकास में योगदान का गौरवशाली

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस के 134 वें स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा है कि कांग्रेस की स्थापना के बाद से ही भारत की आज़ादी के संघर्ष से लेकर देश के विकास में योगदान का गौरवशाली इतिहास रहा है।
कमलनाथ ने कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर अपने ट्वीट में कहा कि आज के दिन कांग्रेस के स्थापना दिवस पर हमें ‘संविधान बचाओ -भारत बचाओ’ का संदेश भी जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि आज हमारे सामने कई चुनौतियां और विषम परिस्थितियां है, हम सभी को शांतिपूर्ण ढंग से आपसी भाईचारे-प्रेम व सौहाद्र से उनका सामना करना है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 134 वे स्थापना दिवस की सभी को बधाई।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 28, 2019
कांग्रेस का स्थापना के बाद से ही भारत की आज़ादी के संघर्ष से लेकर देश के विकास में योगदान का गौरवशाली इतिहास रहा है।#CongressFoundationDay
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आज के दिन कांग्रेस के स्थापना
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 28, 2019
दिवस पर हमें “ संविधान बचाओ - भारत बचाओ “ का संदेश भी जन-जन तक पहुँचाना है।
आज हमारे सामने कई चुनौतियो व विषम परिस्थितियाँ है , हम सभी को शांतिपूर्ण ढंग से आपसी भाईचारे-प्रेम व सोहाद्र से उनका सामना करना है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की पहचान हमारे संविधान और हमारी संस्कृति से है। हमारी संस्कृति सभी को जोड़ने वाली है। आज हमारी सामाजिक समरस्ता पर प्रहार होकर, संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ का प्रयास किया जा रहा है। हम सभी कांग्रेसजन आज के दिन यह संकल्प ले कि हम संवैधानिक और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ सहन नहीं करेंगे, शांतिपूर्ण ढंग से जन-जन के साथ मिलकर इसका पुरज़ोर विरोध करेंगे।
भारत की पहचान हमारे संविधान व हमारी संस्कृति से है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 28, 2019
हमारी संस्कृति सभी को जोड़ने वाली है।आज हमारी सामाजिक समरस्ता पर प्रहार होकर , संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ का प्रयास किया जा रहा है।
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उन्होंने कहा कि हमने आज़ादी के लिये संघर्ष किया है, संघर्षो से हम घबराते नहीं, देश की पहचान खोने नहीं देंगे, संविधान के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। यह देश संविधान से चलेगा, तानाशाही से नहीं। यह हमारा कर्तव्य भी है।


