शेयर बाजारों में भारी गिरावट की वजह वैश्विक संकेत: हसमुख अधिया
वित्त एवं राजस्व सचिव हसमुख अधिया का कहना है कि शेयर बाजारों में भारी गिरावट की वजह दीर्घकालीन पूंजीगत लाभ (एलटीसीजी) कर लगाया जाना नहीं बल्कि वैश्विक संकेतक हैं

नई दिल्ली। वित्त एवं राजस्व सचिव हसमुख अधिया का कहना है कि शेयर बाजारों में भारी गिरावट की वजह दीर्घकालीन पूंजीगत लाभ (एलटीसीजी) कर लगाया जाना नहीं बल्कि वैश्विक संकेतक हैं। अधिया के मुताबिक, शेयरों से कमाई पर सिर्फ 10 फीसदी एलटीसीजी लगाया गया है, जिससे शेयरों में निवेश अभी भी आकर्षक बना हुआ है।
Long term capital gains tax rate of 10% on equity still remains a very subsidised rate : Finance Secretary Hasmukh Adhia pic.twitter.com/Qc1mgfaZeT
— ANI (@ANI) February 5, 2018
Slump in Indian market because of global cues: Finance Secretary
— ANI Digital (@ani_digital) February 5, 2018
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अधिया ने सोमवार को सीआईआई के एक कर्याक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अन्य परिसंपत्तियों के मुकाबले शेयरों पर एलटीसीजी कर कम है।
Unfortunate that Long Term Capital Gains Tax move came at wrong time because of global markets going down.MSCI-All countries index went down by 3.4% in last week. World's stock market is down so it will have ripple effect on Indian stock markets, it wasn't effect of LTCG: H Adhia pic.twitter.com/KAlKymeho0
— ANI (@ANI) February 5, 2018
गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक फरवरी को आम बजट पेश करते हुए शेयरों से एक लाख रुपये से अधिक की कमाई पर 10 फीसदी एलटीसीजी कर लगाए जाने का ऐलान किया था। इससे सरकार को 20,000 करोड़ रुपये का राजस्व होने की उम्मीद है।
हालांकि, 31 जनवरी 2018 तक शेयरों से कमाई पर छूट दी जाएगी और शेयरों को एक साल तक रखने पर 15 फीसदी की दर से टैक्स लगाया जाएगा।
बीएसई का सेंसेक्स सोमवार को 400 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ खुला और 35,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया।
एनएसई का सूचकांक निफ्टी भी 150 अंकों से अधिक की गिरावट पर खुला।
बाजार विश्लषेकों का मानना है कि वैश्विक संकेतकों के साथ बैंकिंग, कैपिटल गुड्स, वाहन, तेल एवं गैस शेयरों में गिरावट से शेयर बाजार में गिरावट का रुख बना हुआ है।


