‘सुप्रीम कोर्ट की इमारत की मूल भव्यता बनाये रखने के लिए शीशे हटाये’
उच्चतम न्यायालय की इमारत की मूल भव्यता और अन्य व्यवस्था सुलभ बनाने के मद्देनजर न्यायालय कक्षों के सामने लगे शीशे हटाने का फैसला पूर्ण न्यायालय ने लिया था

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय की इमारत की मूल भव्यता और अन्य व्यवस्था सुलभ बनाने के मद्देनजर न्यायालय कक्षों के सामने लगे शीशे हटाने का फैसला पूर्ण न्यायालय ने लिया था।
शीर्ष अदालत की ओर से शनिवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि शीर्ष अदालत ने बार एसोसिएशनों के सुझाव पर हर पहलू से विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया।
विज्ञप्ति में कहा गया कि पूर्ण अदालत ने न्यायालय कक्ष संख्या एक से पांच के सामने लगाए गए शीशे (ग्लास ग्लेज़िंग) के संबंध में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) और सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन (एससीएओआरए) के सुझाव पर गौर किया।
विज्ञप्ति में कहा गया,“ मूल भव्यता, दृश्यता, खूबसूरती और न्यायालय कक्ष तक आवाजाही संबंधी चिंताओं को लेकर उठाए गए मुद्दों पर सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद यह निर्णय लिया।”
गौरतलब है कि पिछले वर्ष तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के कार्यकाल के दौरान केंद्रीकृत एयरकंडीशन की व्यवस्था के उद्देश्य से शीशे के पैनल लगाए गए थे।


