पढऩे वाली बेटियों को उपहार, अमेरिका से मिला स्मार्ट फोन, शैक्षणिक सामग्री
स्व.जयाबेन दोशी धमतरी की स्मृति में अमेरिका की कृष्णाबेन वलिया एवं काजल भट्ट तथा बिपिन भाई दोशी धमतरी के सौजन्य से धमतरी में पढऩे वाली 22 बेटियों को एक स्मार्ट फोन एवं शैक्षणिक सामग्री प्रदान की गई

धमतरी। स्व.जयाबेन दोशी धमतरी की स्मृति में अमेरिका की कृष्णाबेन वलिया एवं काजल भट्ट तथा बिपिन भाई दोशी धमतरी के सौजन्य से धमतरी में पढऩे वाली 22 बेटियों को एक स्मार्ट फोन एवं शैक्षणिक सामग्री तथा एक लघु सहयोग राशि प्रदान की गई। उन बेटियों को ये उपहार स्व.जयाबेन दोशी की स्मृति में, धमतरी के पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस में जिला पंचायत धमतरी की सीईओ श्रीमती नम्रता गांधी, एएसपी धमतरी श्रीमती मनीषा ठाकुर एवं दोशी परिवार के अरविंद भाई दोशी, श्रीमती रसीला बेन एवं श्रीमती भावना बेन दोशी ने एक संक्षिप्त कार्यक्रम में दिया।
सर्वप्रथम सभी ने कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में रेस्ट हाउस परिसर में दो राउंड लगाए। उसके पश्चात पढऩे वाली बेटियों को उपहार ग्रुप के संरक्षक अरविंद दोशी ने दोनों उच्च अधिकारियों एवं छात्राओं का स्वागत करते हुए बताया कि कृष्णा बेन वलिया, पूर्व विधायक स्व.जयाबेन दोशी की बड़ी बेटी हैं एवं उनकी सगी बड़ी बहन हैं। काजल भट्ट भी अमेरिका की निवासी है और ये उपहार उन दोनों और दोशी परिवार के सौजन्य से प्रदान किए जा रहे हैं। इसके पश्चात दोनों महिला अधिकारियों ने छात्राओं को करियर से संबंधित बहुत से महत्वपूर्ण सलाह एवं मार्गदर्शन दिये।
श्रीमती गांधी ने कहा कि पढ़ाई में प्रतिभाशाली होने, लेकिन आर्थिक रूप से असमर्थ होने की स्थिति में किसी से सहयोग लेने में कभी संकोच ना करें। न खुद को कमजोर ना होने दें, डगमगाने न दें। साथ ही यह भी इच्छा रखें कि जब कुछ बन जाएंगे तो जरूरतमंदों के लिए मददगार होंगे। ऐसी दृढ़ सोच रखने से आपका मनोबल कभी कमजोर नहीं होगा तब आप अपनी मंजिल भी पा लेंगे। श्रीमती गांधी ने अपने करियर काल में अपने परिवार की आर्थिक कठिनाइयों का जिक्र भी किया और कहा कि अपने अंदर की चाह और कड़ी मेहनत से हम बड़ी से बड़ी परीक्षा को पास कर सकते हैं।
श्रीमती मनीषा ठाकुर से जब वहां उपस्थित कुछ छात्राओं ने आईपीएस बनने की चाहत रखने की जानकारी दी तब उन्होंने कहा कि किसी पोस्ट पर होना जरूरी नहीं है। आप भी वह काम कर सकतीं हैं, बस नज़रिया रखें कि कहीं गलत हो रहा हो तो आवाज़ उठाएँ। अपनी अभिव्यक्ति को ना खोएँ। अच्छी पढ़ाई अच्छे विचारों को स्रोत बनाएं अच्छे और सफल इंसान बनें। उनके उदबोधन के बाद छात्राओं ने उनसे यूपीएससी की तैयारी और अन्य क्षेत्रों से संबंधित कई सवाल पूछे जिनका सहज निराकरण श्रीमती नम्रता गांधी एवं श्रीमती मनीषा ठाकुर के द्वारा किया गया। अपनी स्कूल की छात्राओं को अपने साथ लेकर आई सोरिद भाट की प्राचार्य डॉ रचना मिश्रा ने पढ़ाई में कड़ी मेहनत और सच्ची लगन को विद्यार्थियों के लिए प्राथमिकता बताया।
ग्रुप की संयोजिका डॉ सरिता दोशी ने पढऩे वाली बेटियों को उपहार के संदर्भ में संक्षेप में जानकारी दी और बताया कि फेसबुक सोशल मीडिया में गतिविधियों को पोस्ट करते रहने की वजह से वे अमेरिका के इन सहृदयी सहयोगियों के संपर्क में आईं और उन्हें छात्राओं को पढ़ाने के लिए सहयोग करने के लिए राशि प्राप्त हुई है और यह उनका तीसरा साल है। छात्राएँ भी बेहतर परिणाम ला रहीं हैं और इस बार वर्तमान स्थिति को देखते हुए जहां स्कूल कॉलेज सब बंद हैं, उस वजह से बहुत से बच्चों को पढ़ाई में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसीलिए छात्राओं को स्मार्ट फोन प्रदान किया गया है ताकि वो सभी ऑनलाइन क्लासेज से जुड़ सकें और इंटरनेट के माध्यम से कम समय में अपने सवालों का जवाब पा सकें। साथ ही करियर बनाने के लिये ये फोन उनके लिए मददगार होगा।
उपहार पाकर सभी छात्राओं के चेहरे खुशी से खिले हुए थे। स्कूल एवं कॉलेज में पढऩे वाली छात्राओं के चयन में विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य श्रीमती बीनू मैथ्यू, आर एस कश्यप, डॉ रचना परमार, श्रीमती शैलजा पांडे, श्रीमती रंजना साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पढऩे वाली बेटियों को उपहार कार्यक्रम को जेनेसिस कॉलेज के प्रोफेसर गौरव लोहाना ने संचालित किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम में सुभाष मलिक, विशाल शाह, गणेश अग्रवाल और गयाराम का सहयोग रहा।


