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नए साल में मिलेगा राम मंदिर का उपहार : दास

श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि लम्बे समय तक हिन्दू पक्ष ने अदालती कार्यवाही के दौरान धैर्य से इंतजार किया

नए साल में मिलेगा राम मंदिर का उपहार : दास
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अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास ने उच्चतम न्यायालय में अयोध्या विवाद पर सुनवाई खत्म होने और फैसला सुरक्षित रख लिए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि अब नये वर्ष में प्रभु राम के भव्य मंदिर के निर्माण का उपहार मिलने की उम्मीद और प्रबल हो गई है।

महंत दास ने कहा कि लम्बे समय तक हिन्दू पक्ष ने अदालती कार्यवाही के दौरान धैर्य से इंतजार किया। अब फैसले का वक्त आ गया है। उम्मीद है कि फैसला हिन्दू समाज के पक्ष में आएगा।

इस बारे में मुस्लिम नामनी पक्षकार एवं हेलाल कमेटी के संयोजक खालिक अहमद का कहना है कि सुनवाई खत्म हो जाने के बाद जाहिर है कि अब फैसले का ही इंतजार रहेगा। इस बारे में अब किसी बहस या अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। न्यायालय का जो फैसला आयेगा सभी लोगों को मान्य होना चाहिये।

मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने कहा कि अब तो फैसले का ही इंतजार है और जो भी फैसला आयेगा वह सिर-आँखों पर रहेगा। उन्होंने कहा “ हम शुरू से ही कहते आ रहे हैं कि आपसी बातचीत से मामला हल हो तो ठीक है।”

हिन्दू पक्षकार एवं निर्मोही अखाड़ा के महंत देवेन्द्र दास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में दोनों पक्षों की बैठक शुरू हो गयी है। रामजन्मभूमि में पहले भी मंदिर था और आज भी है और आगे भी रहेगा। उन्होंने कहा कि मामला कोर्ट के आधीन है जो भी फैसला आयेगा हम उसे मानेंगे।

अयोध्या विवाद में रामलला के अभिन्न मित्र एवं विश्व हिन्दू परिषद के वरिष्ठ नेता त्रिलोकीनाथ पाण्डेय ने कहा कि फैसले का इंतजार तो है ही लेकिन यह भी तय है कि इस बार की दीपावली धूमधाम से मनेगी।

अयोध्या के हिन्दू और मुस्लिम वर्ग का कहना है कि अब तो सर्वोच्च न्यायालय में फैसला सुरक्षित रख लिया गया है। जो भी निर्णय होगा सभी लोग इसको मानेंगे। अयोध्या हमेशा शांत रहा है और पूरे विश्व में भाईचारे का संदेश दिया है।

गौरतलब है कि रामजन्मभूमि/बाबरी मस्जिद विवाद में चल रही सुनवाई बुधवार को चालीसवें दिन पूरी हो गयी। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई 17 नवम्बर को अवकाश ग्रहण कर रहे हैं। ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि फैसला 15 नवम्बर तक आ जायेगा।


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