अदालत के आदेश पर चार महीने बाद दर्ज हुआ मुकदमा
गाजियाबाद ! इंदिरापुरम कनावनी गांव में घर के अंदर घुसकर मारपीट, लूटपाट और गोलीबारी के मामले में चार माह बाद न्यायालय के आदेश पर इंदिरापुरम थाना में दर्जन भर से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।

गाजियाबाद ! इंदिरापुरम कनावनी गांव में घर के अंदर घुसकर मारपीट, लूटपाट और गोलीबारी के मामले में चार माह बाद न्यायालय के आदेश पर इंदिरापुरम थाना में दर्जन भर से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। थाना और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का चक्कर लगाने के बावजूद मामला न दर्ज होने पर पीडि़त ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।
कनावनी में रहने वाले विकास नागर का आरोप है कि 29 दिसम्बर की रात करीब 10 बजे उनके घर के बाहर गांव के ही कुछ लोग गाड़ी में बैठकर शराब पी रहे थे।
विरोध करने पर उन लोगों ने गाली-गलौज व मारपीट की। उसके बाद रात में करीब 2 बजे गांव के रमेश, बबलू, सुखवीर, रवि, यशपाल, भजन, गौरव, राजेश, भीम, अनिल और करन अपने अन्य साथियों के साथ लाठी-डंडों व हथियारों से लैस होकर उनके घर पर धावा बोल दिया था। घर का दरवाजा तोडक़र अंदर खड़ी गाडिय़ों व अन्य सामान में तोडफ़ोड़ की। महिलाओं के साथ अभद्रता और मारपीट की। उनका आरोप है कि तमंचे से कई राउंड गोलीबारी कर करीब 20 तोला सोना व चांदी के गहने और 80 हजार रुपए लूट ले गए।
उन्होंने इंदिरापुरम थाना में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने आरोपियों से सांठगांठ कर उन्हें उनके परिवार के लोगों को ही झूठे मुकदमें में जेल भेज दिया। जेल से छूटने के बाद उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मामले की शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत में उन्होंने न्यायालय का सहारा लिया। गुरुवार को इंदिरापुरम थाना में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।


