रजवाहा कटने से सैकड़ों बीघा फसल डूब कर नष्ट
गाजियाबाद ! धौलाना रजवाहा पटरी कट जाने से गांव सपनावत के किसानों की सैकड़ों बीघा गेहूं व चारे की फसल डूब कर नष्ट हो गई। आरोप है कि बार-बार शिकायत के बावजूद सिंचाई विभाग का कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा।

गाजियाबाद ! धौलाना रजवाहा पटरी कट जाने से गांव सपनावत के किसानों की सैकड़ों बीघा गेहूं व चारे की फसल डूब कर नष्ट हो गई। आरोप है कि बार-बार शिकायत के बावजूद सिंचाई विभाग का कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा। बाद में जेसीबी से घंटों की मशक्कत के बाद किसानों ने टूटी पटरी को ठीक कर रजवाहे का पानी रोका, अन्यथा पूरा जंगल जलमग्न हो जाता। फसल डूबने से दो दर्जन किसानों की फसल नष्ट हो गई। पीडि़त किसानों ने नहर विभाग के संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ फसल के मुआवजे की मांग की है। एक माह पहले भी रजवाहा पटरी कटने से सैकड़ों बीघा फसल नष्ट हुई थी। गांव सपनावत में शनिवार रात एक बार फिर गांव मिलक मार्ग पर रजवाहा पटरी कट गई। रजवाहा बहाव तेज होने के कारण पटरी कटते ही पानी की विशाल तेज धारा खेतों को जलमग्न करने लगी। कुछ ही देर में सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल जलमग्न होने से बरबाद हो गई। गेंहू में बालियां निकलने से नुकसान और ज्यादा हो गया। किसान देवेंद्र सिंह, श्याम सिंह ने बताया कि उन्हें रजवाहा पटरी टूटने की सूचना मिली तो वे व अन्य काफी किसानों ने जेसीबी के सहयोग से घंटों अथक मेहनत से टूटी पटरी को मिट्टी से भराव करा कर रोकने में सफलता प्राप्त की। पटरी टूट जाने से किसान सुरेन्द्र सिंह, श्याम सिंह, विनोद गुप्ता, सुनील, सत्यप्रकाश, जितेन्द्र, नरेन्द्र, रविन्द्र, उदल, दरियाब सिंह, देवेन्द्र सिंह आदि किसानों की लगभग तीन सौ बीघा गेहूं व चारे की फसल बरबाद हो गई। किसानों का आरोप है कि पूर्व में भी तीन बार रजवाहा पटरी टूट चुकी है, लेकिन नहर विभाग कोई कार्रवाई नही कर रहा। किसान नहर विभाग की कार्यप्रणाली के खिलाफ उच्च स्तर पर शिकायत कर कार्रवाई की मांग करेंगे।


