सीबीआई कसेगी कई नेताओं पर नकेल
गाजियाबाद ! सीबीआई कोर्ट में विचाराधीन एनआरएचएम घोटाला और नोएडा अथॉरिटी ठेका घोटाला मामला में अब कई बड़े नेताओं और अफसरों की मुसीबत बढऩे वाली हैं।

गाजियाबाद ! सीबीआई कोर्ट में विचाराधीन एनआरएचएम घोटाला और नोएडा अथॉरिटी ठेका घोटाला मामला में अब कई बड़े नेताओं और अफसरों की मुसीबत बढऩे वाली हैं। सीबीआई अप्रैल के अंतिम सप्ताह में एक और नई चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में जुटी हैं। सूत्रों की ओर से दावा जा रहा है कि इस चार्जशीट में सीबीआई गैर भाजपा सरकारों के समय ताकतवर रहे कई अफसर, नेता और उनके परिवार से जुड़े लोगों के नाम शामिल किए जा सकते हैं।
एनआरएचएम में फसेंगे कई बड़े नेता
बसपा सरकार के शासन काल में 5000 करोड़ का एनआरएचएम घोटाला हुआ था। इसमें 2 पूर्व मंत्री, 2 विधायक, 40 से अधिक सीएमओ, सैकड़ों चिकित्सक और कर्मचारियों के खिलाफ सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। अदालत में चार्जशीट पेश कर दी थी। एनआरएचएम घोटाला केस में पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा वर्तमान में जेल में बंद हैं। वहीं, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनंत मिश्रा और विधायक मुकेश श्रीवास्तव जमानत पर हैं। विधायक आर. पी. जायसवाल की मौत हो चुकी है। इसके अलावा घोटाला के आरोपी 3 दर्जन से अधिक सीएमओ भी जमानत पर हैं। इन सभी के खिलाफ अदालत में सुनवाई विचाराधीन है।
नोएडा अथॉरिटी ठेका घोटाले पर भी नजर
नोएडा अथॉरिटी में भी करीब 1000 करोड़ के ठेका घोटाला मामले का खुलासा सीबीआई ने 2015 में किया था। घोटाले के आरोप में चीफ इंजीनियर यादव सिंह समेत 9 लोग डासना जेल में बंद हैं। प्रदेश में नई सरकार के गठन के साथ ही सीबीआई ने दोनों मामलों में जांच को तेजी से आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है।
सूत्रों ने दावा किया कि इन दोनों घोटालों में सीबीआई की नजर कई बड़े अफसर, कारोबारी और सफेदपोश लोगों पर टिकी हुई है। सीबीआई जल्द ही एक बड़े कारोबारी और 2 चर्चित नेताओं के परिजनों को घोटाले के आरोप में पूछताछ के लिए बुला सकती है। इसके बाद जल्द ही उनके खिलाफ चार्जशीट अदालत में पेश की जाएगी। सीबीआई की तेजी से बढ़ाई जा रही जांच की सूचना के बाद से राजनेताओं में हडकंप मचा हुआ है।
गर्मा सकती है राजनीति
सूत्र बताते हैं कि सीबीआई को जांच में पूर्व में गैर भाजपा सरकारों में ताकतवर रहे अफसरों और नेताओं के बारे में साक्ष्य मिले थे। लेकिन राजनीतिक कारणों से जांच को आगे नहीं बढ़ाया गया। लेकिन क्योंकि अब प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार हैं। ऐसे में सीबीआई खुलकर रिपोर्ट दे सकती है। ऐसे में सीबीआई जल्द ही अदालत में एक और चार्जशीट दाखिल का सकती है। इस नई चार्जशीट में कुछ ऐसे नेताओं और अफसरों के नाम भी शामिल हो सकते हैं जिससे राजनीति गर्मा सकती है।


