काली कमाई को सफेद करने के चक्कर में फंसे कर्मचारी
गाजियाबाद ! काली कमाई को सफेद करने के चक्कर में गाजियाबाद के नामी ठेकेदारों द्वारा कर्मचारी का बैंक में खाता खुलवाकर उसमें 17 लाख का लेनदेन करने का मामला सामने आया है।

गाजियाबाद ! काली कमाई को सफेद करने के चक्कर में गाजियाबाद के नामी ठेकेदारों द्वारा कर्मचारी का बैंक में खाता खुलवाकर उसमें 17 लाख का लेनदेन करने का मामला सामने आया है। आयकर विभाग से नोटिस मिलने के बाद कर्मचारी की धडक़नें बढ़ी हुई हैं। पीडि़त ने पुलिस को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। निवाड़ी रोड स्थित याकूतपुर मवी गांव निवासी महबूब राज्य बीमा कर्मचारी अस्पताल में संविदा पर बढ़ई का काम करता है। 2013 से दिसम्बर 2016 तक अस्पताल की मरम्मत आदि कार्य का ठेका गाजियाबाद के नेहरू नगर निवासी दो ठेकदारों के पास था।
महबूब के मुताबिक ठेकेदारों ने 2014 में संविदा पर काम करने वाले मजदूरों से कहा कि उनका वेतन अब नकद नहीं दिया जाएगा। इसलिए उन्हें अपना बैंक में खाता खुलवाने की जरूरत है। ठेकेदारों ने दो साल पहले सभी मजदूरों को कोरियर के माध्यम से फार्म आदि भेजकर उन पर उनके हस्ताक्षर करा लिए। इसके बाद उनकी आईडी प्रूफ और फोटो आदि दस्तावेज भी बैंक को कोरियर के माध्यम से भेजने को कहा। दस्तावेज भेजने के महीनो बीत जाने के बावजूद जब मजदूरों को खाता खोले जाने की कोई सूचना नहीं मिली तो उन्होंने इस बारे में ठेकेदारों से संपर्क किया। इस पर उन्हें बताया गया कि दस्तावेजों में कमी रह जाने के कारण उनका खाता नहीं खुल पाया है। इसके बाद ठेकेदारों ने कुछ दिन तो मजदूरों का वेतन नकद ही दिया, लेकिन बाद में नकद भी देना बंद कर दिया।
मिला नोटिस तो उड़ गए होश
हाल ही में महबूब के पास आयकर विभाग से नोटिस आया, जिसमें उन्हें सूचित किया गया कि उन्होने मुंबई के ठाणे की गोरेगांव वेस्ट स्थित आइडीबीआइ ब्रांच से 17 लाख रुपए का लेनदेन किया है। इसके बाद वह मोदीनगर की आइडीबीआई ब्रांच में गए। वहां उन्हें बताया गया कि उनका मुंबई की ब्रांच में खाता है। चेक करने पर पता चला कि फिलहाल उसमें एक भी पैसा जमा नहीं है। स्टेटमेंट में अधिकांश लेनदेन एटीएम व ऑनलाइन से किए जाने की बात सामने आई है।


