घर तोड़ने के नोटिस ने ली व्यक्ति की जान
बाईपास स्थित अंबेडकर कॉलोनी में यूपीएसआइडीसी द्वारा अवैध मकानों को गिराने का नोटिस पढ़कर एक गृहस्वामी को सदमा आ गया
गाजियाबाद। बाईपास स्थित अंबेडकर कॉलोनी में यूपीएसआइडीसी द्वारा अवैध मकानों को गिराने का नोटिस पढ़कर एक गृहस्वामी को सदमा आ गया और चिंता में उसे दिल का दौरा पड़ गया। परिजन उसे अस्पताल लेकर भागे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। मामला विजयनगर का है। बाईपास स्थित अंबेडकर कॉलोनी के मकान नंबर 17 में लाल सिंह लंबे समय से परिवार के साथ रहते थे।
वह टैक्सी चलाकर परिवार को गुजारा करते थे। बुधवार को यूपीएसआइडीसी की तरफ से उन्हें नोटिस मिला, इस नोटिस में कॉलोनी को अवैध घोषित करते हुए मकानों के ध्वस्तीकरण की बात लिखी थी। यह नोटिस पढ़ने के बाद वह परिवार के बारे में सोचकर सदमे में आ गए और उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। आनन-फानन में परिजन उन्हें अस्पताल लेकर भागे लेकिन उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार में एक मात्र कमाने वाले की मौत के बाद से परिवार के पालन पोषण का संकट आ गया है।
इस घटना से गुस्साए परिजनों व कॉलोनीवासियों ने यूपीएसआइडीसी के खिलाफ जमकर हंगामा किया। यूपीएसआइडीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक अजय यादव ने बताया कि 1978 में आई बाढ़ के दौरान प्रशासन ने कुछ लोगों को अंबेडकर नगर में बसाया था। समय बीतने के साथ लोगों ने यूपीएसआइडीसी की इस भूमि पर मकान बना लिए।
जिलाधिकारी के आदेश के बाद जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए यूपीएसआइडीसी ने इस जमीन को अपना बताते हुए नोटिस जारी किए थे। इस संबंध में शासन को भी एक प्रस्ताव भेजा गया है।


