हरियाणा के मुख्यमंत्री से मिले जर्मन दूत, सहयोग पर कि चर्चा
भारत में जर्मन राजदूत वाल्टर जे. लिंडनर ने सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की और जलवायु परिवर्तन और सहयोग सहित कई मुद्दों पर चर्चा की

चंडीगढ़। भारत में जर्मन राजदूत वाल्टर जे. लिंडनर ने सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की और जलवायु परिवर्तन और सहयोग सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। लिंडनर ने परिवार पहचान पत्र और फसल विविधीकरण योजनाओं के विशेष संदर्भ में कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी ली।
परिवार पहचान पत्र योजना के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक परिवार को एक इकाई के रूप में पहचानने के लिए एक प्रणाली बनाई गई है ताकि वह सरकारी योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ उठा सके।
उन्होंने कहा कि सरकार फसल विविधीकरण योजना के तहत कम पानी की खपत वाली फसलों को बढ़ावा दे रही है। इससे किसानों को अपनी आय बढ़ाने में भी मदद मिल रही है।
दूत ने देश और राज्य में कोविड-19 की स्थिति पर चिंता व्यक्त की, जिस पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि राज्य में स्थिति को पेशेवर रूप से प्रबंधित किया गया था, खासकर दूसरी लहर के दौरान।
दूसरी लहर में महामारी की प्रारंभिक स्थिति का मानचित्रण करके, अस्पतालों में पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति बनाए रखने, अस्थायी अस्पतालों की स्थापना, रोगियों को निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए वित्तीय सहायता, भोजन की पर्याप्त आपूर्ति, दवाओं की बचत और आवश्यक जीवन जैसी विभिन्न पहल की गईं।
खट्टर ने कहा कि हम राज्य के भीतर संकट से निपटने के लिए एक सामंजस्यपूर्ण प्रणाली बनाने में सक्षम हैं और हमने पड़ोसी राज्यों को भी महामारी के दौरान मदद दी है।
जलवायु परिवर्तन को सीमित करने के लिए उठाए गए कदमों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सौर ऊर्जा जैसे बिजली उत्पादन के वैकल्पिक स्रोतों की दिशा में काम कर रही है, खासकर राज्य के दक्षिणी हिस्सों में।
लिंडनर ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि विकास के प्रयासों और अन्य विनिमय कार्यक्रमों के लिए जर्मनी द्वारा पूर्ण समर्थन और सहयोग दिया जाएगा।


