गहलोत ने जन घोषणा पत्र की प्रति मुख्य सचिव को सौंपी
अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रिमण्डल एवं राज्य मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में सबसे पहले मुख्यमंत्री ने जन घोषणा पत्र की प्रति मुख्य सचिव को सौंपी

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रिमण्डल एवं राज्य मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में सबसे पहले मुख्यमंत्री ने जन घोषणा पत्र की प्रति मुख्य सचिव को सौंपी।
मंत्रिमण्डल ने निर्णय किया कि यह जन घोषणा पत्र राज्य सरकार का नीतिगत दस्तावेज होगा एवं इसकी क्रियान्विति समयबद्ध एवं तत्परता से सुनिश्चित की जाए। इसके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु मंत्रिमण्डलीय समिति का गठन करने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया।
बैठक में डॉ. भीमराव अम्बेडकर विधि विश्वविद्यालय एवं श्री हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय को पुनः प्रारम्भ करने, सामाजिक सुरक्षा के तहत वृ़द्धावस्था पेंशन में बढ़ोतरी, सत्ता के विकेंद्रीकरण में प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चत करने के लिए पंचायतीराज चुनाव में शैक्षणिक योग्यता का प्रावधान समाप्त करने सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में अल्पकालीन फसली ऋण माफी हेतु अंतर्विभागीय समिति गठित करने का निर्णय लिया गया है एवं मुख्यमंत्री को उक्त समिति में सदस्य मनोनीत करने के लिए अधिकृत किया गया है। यह समिति सहकारिता क्षेत्र के बैंक, राष्ट्रीयकृत बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक तथा भूमि विकास बैंक की ऋण माफी के लिए पात्रता एवं मापदण्ड तय करेगी।बैठक में निर्णय लिया गया कि पूर्ववर्ती सरकार के समय बंद किए गए डॉ. भीमराव अम्बेडकर विधि विश्वविद्यालय और श्री हरिदेव जाेशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय को पुनः प्रारम्भ किया जाएगा। इसी तरह बैठक में निर्णय लिया गया कि स्थानीय निकाय चुनावों में मेयर, सभापति एवं अध्यक्ष का चुनाव पूर्व की भांति प्रत्यक्ष निर्वाचन पद्धति द्वारा कराया जाएगा।


